वैक्सीन आने के बाद भी लंबे वक्त तक अर्थव्यवस्था पर रहेगा कोविड-19 का प्रभाव: रघुराम राजन
नई दिल्ली: कोरोना वायरस का सीधा असर दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है। उम्मीद जताई जा रही है कि वैक्सीन आने के बाद कोरोना संक्रमण रुकेगा और अर्थव्यवस्था फिर से रफ्तार पकड़ेगी। इस पर अब पूर्व आरबीआई गवर्नर और अर्थशास्त्री रघुराम राजन का बयान सामने आया है। राजन के मुताबिक कोरोना काल का असर अर्थव्यवस्था पर लंबे वक्त तक रहेगा। उन्होंने उस अवधारणा को भी गलत बताया जिसमें वैक्सीन आने पर अर्थव्यस्था की स्थिति सुधरने की बात कही जा रही थी।
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CNBC के एक कार्यक्रम में बोलते हुए रघुराम राजन ने कहा कि मुझे लगता है कि कोरोना वायरस ने अर्थव्यस्था पर जो हमला किया है, उसका प्रभाव लंबे वक्त तक रहेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वैक्सीन के ट्रायल को मंजूरी दे दी गई है और इसके इस साल की चौथी तिमाही में आने की उम्मीद है। वैक्सीन को बहुत सारे लोगों को देना होगा। लोग अगले साल के मध्य तक रेस्टोरेंट जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाना सुरक्षित महसूस करेंगे। राजन ने एक प्रोफेसर के हवाले से कहा कि जो देश कोरोना को नियंत्रित करने में कामयाब रहेंगे, वो भी सिर्फ 95 फीसदी अर्थव्यवस्था चल सकते हैं। इससे साफ ही कि कोरोना का असर लंबे वक्त तक अर्थव्यवस्था पर रहेगा।
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उन्होंने कहा कि सामान्यतौर पर ऐसा होता है कि ज्यादातार व्यवसाय से जुड़े लोगों को लगता है कि बिना लाभ के ज्यादा दिन तक वो नहीं टिक सकते और धीरे-धीरे वे व्यवसाय को बंद कर रहे हैं। ऐसे में अर्थव्यवस्था की ये लड़ाई लंबे वक्त की है। उन्होंने कहा कि संरक्षणवादी नीतियों में बढ़ोतरी से आर्थिक सुधार में और देरी होगी और इसका सबसे ज्यादा नुकसान कमोडिटी एक्सपोर्ट पर निर्भर देशों में होगा। मंदी के प्रभावों को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने सुझाव दिया कि सरकारों को प्रभावित क्षेत्रों के लिए अल्पकालिक और अधिक लंबी सहायता के लिए तुरंत कदम आगे बढ़ाने चाहिए।