अनलॉक से पटरी पर लौट रहा मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, पांच महीने में पहली बार बढ़ी PMI
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने मार्च के आखिर में देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद अप्रैल, मई में पूरी तरह से बंदी रही, जबकि 1 जून से सरकार ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की, जो अभी भी जारी है। इस बीच जीडीपी को लेकर चिंताजनक बात सामने आई, जहां वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट माइनस 23 फीसदी रही। हालांकि इस बीच क्रय प्रबंधक सूचकांक (PMI) के आंकड़ों ने राहत भरी खबर दी है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का क्रय प्रबंधक सूचकांक (Purchasing Managers Index) तेजी से सुधरा है। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद PMI जून में 47.2 अंक दर्ज की गई थी, जबकि जुलाई में ये 46 अंकों पर पहुंच गई। इसके बाद अगस्त में इसमें तेजी से सुधार हुआ और ये 52 अंकों पर पहुंच गया। पांच महीने में पहली बार ऐसा हुआ है, जब PMI में तेज वृद्धि दर्ज की है।
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आर्थिक मामलों के जानकारों के मुताबिक PMI में सुधार का साफ मतलब है कि भारत में अब मैन्युफैक्चरिंग बढ़ रही है, यानी अनलॉक के साथ अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैन्युफैक्चरिंग (उत्पादन) में वृद्धि से एक बात साफ हो रही है कि बाजार में मांग और खपत बढ़ी है। जिससे साफ संकेत मिलते हैं कि अब भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना के प्रभाव से उबर रही है। PMI को 0 से 100 तक के सूचकांक पर मापा जाता है। PMI 50 से ऊपर रहना उत्पादन गतिविधियों में इजाफे को प्रदर्शित करता है।