13000 करोड़ के घोटाले की मार से बाहर निकली PNB, तीसरी तिमाही में कमाया 247 करोड़ रुपए का मुनाफा
नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक के बहुचर्चित 13000 करोड़ के घोटाले की मार ने बैंक की कमर तोड़कर रख दी। इस घोटाले के बाद से लगातार घाटे में चल रही बैंक आखिरकार इस घोटाले की मार से उबरने में कामियाब रही।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक ने चौंकाते हुए जबरदस्त मुनाफा कमाया है। दिसंबर तिमाही में पीएनबी ने 246.51 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। पिछले साल बैंक ने 230.11 करोड़ हुए का लाभ अर्जित किया था, जो इस बार के मुनाफे से 7.12 फीसदी कम था।नीरव मोदी और मेहुल चौकसी ने पंजाब नेशनल बैंक को 13000 रुपए का झटका दिया और देश से फरार हो गए। इस महाघोटाले की वजह से बैंक को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 4,532.35 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
सितंबर तिमाही के मुकाबले बैंक के एनपीए में कमी आई है। दिसंबर में बैंक का ग्रॉस एनपीए कम होकर 1.33 फीसद हो गया, जो पिछली तिमाही में 17.16 फीसदी था।आंकड़ों पर नजर डाले तो दिसंबर तिमाही में बैंक ने 2,753.84 करोड़ रुपए के कर्ज की प्रॉविजनिंग की।इसमें से एनपीए के लिए 2,565.77 करोड़ रुपए की प्रोविजनिंग की गई। जबकि सितंबर में पीएनबी ने 9,757.90 करोड़ रुपए के कर्ज की प्रॉविजनिंग की थी। साल 2018 की दिसंबर तिमाही में एनपीए की प्रोविजनिंग घटने की वजह से पीएनबी मुनाफे में आया। साल 2017 की दिसंबर तिमाही में कुल प्रोविजनिंग 4,466.68 करोड़ रुपए और एनपीए के लिए प्रोविजनिंग 2,996.42 रही थी।