Alert! बड़े सरकारी बैंक ने खाताधारकों को दी चेतावनी, गलती से भी इन नंबर्स पर न करें फोन, वरना...
PNB ने खाताधारकों को किया अलर्ट,गलती से भी इन नंबर्स पर न करें फोन
नई दिल्ली। ऑनलाइन फ्रॉड के बढ़ते मामलों के बाद बड़े सरकारी बैंक ने अपने खाताधारकों को अलर्ट किया है। पंजाब नेशनल बैंक ने अपने खाताधारकों को सतर्क करते हुए चेतावनी जारी की है कि वो भूल से भी फेक कस्टमर केयर नंबरों पर फोन न करें। बैंक ने खाताधारकों को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि आप किसी भी फ्रॉड की स्थिति में बैंक से संपर्क करें।
पीएनबी ने किया अलर्ट
देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी ने अपने ग्राहकों को सावधान करते हुए जानकारी दी है। पीएनबी ने प्रेस रिलीज जारी करने के साथ-साथ बैंक की वेबसाइट और ग्राहकों को ईमेल और एसएमएस भेजकर अलर्ट किया है। बैंक का कहा है कि फ्रॉड करने वाले बैंक के कस्टमर केयर नंबर्स से मिलते-जुलते फोन नंबर सर्कुलेट कर खाताधारकों के बैंक अकाउंट में सेंधमारी कर रहे हैं। ये हैकर्स इन फर्जी कस्टमर केयर नंबरों से लोगों के खाते को खाली कर रहे हैं। बैंक ने अपने खाताधारकों को अलर्ट कर उन्हें ऐसे फेक नंबरों से बचना है।
इन नंबरों पर न करें भूल से भी फोन
खाताधारकों को सतर्क करते हुए बैंक ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट पर दी है। बैंक ने कहा है कि धोखेबाज पीएनबी के कस्टमर केयर सर्विस से मिलते-जुलते नकली फोन नंबर्स से ग्राहकों से बातचीत कर उनकी पर्सनल जानकारी हासिल कर रहे हैं। बैंक ने लोगों को आगाह किया है कि अगर आपके पास कोई भी फोन आए तो भूल से भी उन्हें अपने बैंक खाते या फिर एटीएम कार्ड से जुड़ी जानकारी नहीं दें।
बैंक ने जारी किया किया बैंक का कस्टमर केयर नंबर
बैंक ने खाताधारकों की मदद के लिए बैंक के आधिकारिक कस्टमर केयर नंबर जारी किया है। बैंक ने खाताधारकों को अलर्ट जारी कर कहा है कि किसी भी तरह की फ्रॉड की स्थिति में कस्टमर केयर को फोन कर फौरन कार्ड ब्लॉक कराएं। फौरन बैंक को जानकारी देने का कहा है। बैंक ने खाताधारकों को कहा है कि वो किसी भी स्थिति में किसी से अपना ओटीपी शेयर न करें। दुकानों पर पेमेंट के वक्त एटीएम कार्ड को यूजर की नजरों से बचाकर एक छोटी-सी डिवाइस 'स्कीमर' में स्वाइप कर लिया जाता है। स्कीमर में कार्ड जब स्वाइप होता है तो कार्ड की सारी जानकारी जालसाज के पास आ जाती है। बैंक ने अपने खाताधारकों को अलर्ट करते हुए कहा कि कार्ड का ही डुप्लिकेट कार्ड बना लिया जाता है। ऐसे में कार्ड क्लोन से बचने की जरूरत है।