बॉलीवुड फिल्में बैन करने के बाद पाकिस्तान ने लिया ईरान की फिल्मों से जुड़ा यह बड़ा फैसला
पाकिस्तान ऐसा अपने देश के सिनेमा को बचाने के मकसद से कर रहा है, जो कि बीते कुछ वर्षों में हाशिए पर जा चुका है।
नई दिल्ली। पाकिस्तान में फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स ईरानी फिल्मों की स्क्रीनिंग शुरू करेंगे। आपको बता दें कि एलओसी पर भारत-पाक तनाव के मद्देनजर पाकिस्तान ने इससे पहले भारतीय फिल्मों पर बैन लगा दिया था।
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पाकिस्तान ऐसा अपने देश के सिनेमा को बचाने के मकसद से कर रहा है, जो कि बीते कुछ वर्षों में हाशिए पर जा चुका है।
पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों की लोकप्रियता को देखते हुए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ फैसला लिया था। ऐसा करने से पाकिस्तान के सिनेमा को फायदा होगा या नहीं, इस बारे में फिलहाल कुछ भी कह पाना मुश्किल है।
हालांकि, पाक फिल्म वितरकों के मुताबिक, यह पाकिस्तान में बदलाव की शुरुआत है।
पाकिस्तान नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर फोक एंड ट्रेडिशिनल हेरिटेज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर फौजिया सईद ने एक इंटरव्यू में कहा कि पारसी फिल्में पाकिस्तानी समाज के बेहद करीबी रही हैं। इनको देशभर में दिखाया जाएगा।
फौजिया के मुताबिक, ईरानी फिल्मों की दुनियाभर में प्रशंसा होती है। पाकिस्तान में इनकी स्क्रीनिंग को बढ़ावा मिलना चाहिए।
पाकिस्तान ने सिनेपैक्स सिनेमा के जनरल मैनेजर मोहसिन यासीन ने कहा कि वे ईरानी मूवीज दिखाकर कल्चरल एक्सचेंज को प्रमोट कर रहे हैं।
मीडिया में आईंं खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी फिल्म वितरक ईरान और टर्की से मूवीज इम्पोर्ट करने के लिए संपर्क में हैं।
भारतीय फिल्मों पर इंंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध संबंधी फैसले के बाद बैन लग गया था। पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों की स्क्रीनिंग 2007 में शुरू हुई थी।