सस्ते कर्ज की उम्मीदों को झटका, रिजर्व बैंक ने नहीं किया ब्याज दरों में बदलाव
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने साल के आखिरी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में लोगों को राहत नहीं दी। आरबीआई ने ब्याज दरों में कटौती नहीं की। रिजर्व बैंक की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया। आरबीआई के इस फैसले से लोगों के सस्ते कर्ज की उम्मीद खत्म हो गई।
आरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में जीडीपी ग्रोथ की दरों को बरकरार रखा और इसे 6.7% पर ही कायम रखा। रिजर्व बैंक ने तीसरी तिमाही में महंगाई दर 4.3 से 4.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई ने रेपो रेट 6 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट को 5.75 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
आरबीआई ने मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में जीडीपी ग्रोथ की दरों को बरकरार रखा और इसे 6.7% पर ही कायम रखा। रिजर्व बैंक ने तीसरी तिमाही में महंगाई दर 4.3 से 4.7 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। आरबीआई ने रेपो रेट 6 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट को 5.75 प्रतिशत पर बरकरार रखा।
समीक्षा बैठक में आरबीआई ने रेपो और रुवर्स रेपो रेट के साथ-साथ मार्जनल स्टैंडिंग फैसिलिटी को भी बरकरार रखा है। आबीआई ने एमएसएफ को 6.25 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। इस बैठक में आरबीआई ने अनुमान जताया है कि आने वाले साल में जीडीपी 6.7 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। वहीं तीसरी तिमाही में महंगाई दर 4.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।