7th Pay Commission की सिफारिशों से कर्मचारियों को हुआ फायदा, खस्ताहाल हुई रेलवे ,परिचालन खर्च में बढ़ोतरी
7th Pay Commission की सिफारिशें लागू करने से रेलवे पर बढ़ा बोझ
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे की खस्ताहालत को लेकर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे के ऑपरेटिंग रेशियो में बढ़ोतरी हुई है। साल 2015-16 के मुकाबले साल 2016-17 में यह 96.5 प्रतिशत पर पहुंच गया। रेलवे ने इस दौरान अपने कर्मचारियों को 7th Pay Commission के तहत सैलरी बढ़ोतरी का तोहफा दिया। भारतीय रेल के लाखों कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के तहत सैलरी बढ़ोतरी का फायदा दिया गया, जिसके चलते कर्मचारियों की सैलरी में 14% से 26% तक बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इसका असर रेलवे पर भी पड़ा है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को भारतीय रेल के ऑपरेशनल खर्च में बढ़ोतरी से जुड़ी कैग को लेकर कहा कि 7th Pay Commission की सिफारिशों को लागू होने से रेलवे पर ऑपरेशन का खर्च बढ़ा है। लोकसभा में सवाल का जवाब देते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 7वें वेतन आयोग के लागू होने से बड़ा खर्च आया है। 7वें वेतन आयोग को लागू करने से रेलवे पर 22,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम खर्च बढ़ा।
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे ने पूर्वोत्तर , पर्वतीय और दूसरे सुदूर इलाकों में बड़ा निवेश किया है। वहीं छठा वेतन आयोग लागू करने से ऑपरेशन कॉस्ट में 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई। जिन सबका असर रेलवे की आर्थिक स्थिति पर पड़ा है। आपको बता दें कि संसद में पेश नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में कहा गया है कि रेलवे का परिचालन अनुपात में बढ़ोतरी हुई है। साल 2015-16 में जहां परिचालन अनुपात 90.49 प्रतिशत रहा को वहीं साल 2016-17 में 96.5 प्रतिशत रहा था। वहीं साल 2017-18 में परिचालन अनुपात 98.44 प्रतिशत पहुंच गया।