तेल कंपनियों के इंकार के बाद स्पाइस जेट की 200 उड़ाने जमीन पर
नई दिल्ली। यात्रियों को सस्ती दरों पर टिकट का वादा करने वाली और देश में कम दरों पर हवाई यात्रा का एक नए दौर की शुरुआत करने वाली एविएशन कंपनी स्पाइस जेट के बुरे दिन लगता है कि आसानी से खत्म नहीं होने वाले।
200
उड़ानें
ठप्प
अभी
थोड़े
समय
पहले
ही
खबर
आई
थी
कि
केंद्र
सरकार
ने
बुरे
दौर
से
गुजर
रही
स्पाइस
जेट
को
मदद
करने
का
ऐलान
किया
है।
इस
खबर
से
कंपनी
थोड़ी
राहत
महसूस
करती
कि
इससे
पहले
ऑयल
कंपनियों
ने
उसकी
मुश्किलें
बढ़ा
दीं।
तेल
कंपनियों
ने
स्पाइस
जेट
को
तेल
न
देने
का
फैसला
किया
है
जिसके
बाद
से
कंपनी
की
करीब
200
उड़ाने
कैंसिल
हो
गई
हैं।
कंपनी पर बकाया उधार
बताया जा रहा है कि स्पाइस जेट पर तेल कंपनियों के 2000 करोड़ रुपए बकाया हैं और इसी वजह से उसे फ्यूल की सप्लाई बंद कर दी गई है। कंपनियों ने कहा है जब तक उसके पैसे नहीं चुकाए जाते तब तक स्पाइस जेट को तेल सप्लाई नहीं होगी।
सूत्रों की मानें तो इसी वजह से कंपनी की ओर से उड़ाने रोक दी गई हैं। मंगलवार को जहां स्पाइस जेट की कई फ्लाइट्स 5 से 6 घंटे तक लेट थी। इसके बाद दिल्ली से लेकर कोलकाता तक यात्रियों ने हंगामा किया था।
क्या होगा सरकार का कदम
न सिर्फ तेल कंपनियों बल्कि एयरपोर्ट की भी हजारों करोड़ों रुपयों की देनदारी कंपनी पर बकाया है। कंपनी ने पिछले कई समय से अपने कर्मचारियों को सैलरी तक नहीं दी है।
कंपनी के शेयरों में भी गिरावट जारी है और लगता नहीं कि कंपनी के बुरे दिन जल्दी खत्म होंगे। सूत्रों की मानें तो हो सकता है कि सरकार एयरपोर्ट अथॉरिटी से अनुरोध करेगी कि वह स्पाइस जेट को उधार चुकाने के लिए 15 दिनों का समय दे। साथ ही ऑयल कंपनियों को भी ऐसे निर्देश दिए जा सकते हैं।
किंगफिशर
की
राह
पर
स्पाइस
जेट
स्पाइस
जेट
के
सीईओ
ने
सभी
यात्रियों
से
माफी
मांगी
है
और
उन्होंने
भरोसा
दिलाया
है
कि
जल्द
ही
स्थिति
को
ठीक
कर
लिया
जाएगा।
आज
स्पाइस
जेट
जिस
हालात
से
गुजर
रही
है,
करीब
तीन
वर्ष
पहले
किंगफिशर
के
भी
यही
हालात
थे।
उस समय सरकार ने फैसला किया था कि वह कंपनी को एडवांस टिकट की ब्रिकी की इजाजत नहीं देगी। किंगफिशर पर भी तेल कंपनियों के साथ ही साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी का हजारों करोड़ों का बकाया था। नतीजा कंपनी अपने हालातों का सामना नहीं कर सकी और आखिरी में उसे अपने संचालन को बंद करना पड़ा।