निर्मला सीतारमण बोलीं- बैंक ज्यादा पैसा देने के लिए NBFC के साथ काम कर रहे हैं
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने बैंको से सार्वजनिक लोन बढ़ाने तको कहा है, जो कि अर्थव्यवस्था को ताकत देने के लिए जरूरी कदम है। उन्होंने आगे कहा कि बैंको को एमएसएमई को अधिक लोन देने के लिए प्रोत्साहित किया। एमएसएमई को कई भारतीय सेक्टरों की रीढ़ माना जाता है। उन्होंने कहा कि बैंक सार्वजनिक ऋण को बढ़ावा देने के तरीकों पर एनबीएफसी के साथ काम कर रहे हैं।
वित्त मंत्री ने कहा कि देश के 200 जिलों में अब से 29 सितंबर के बीच बैंक इकठ्ठा होंगे। वहां वो एनबीएफसी और खुदरा कर्जदारों के साथ खुली बैठक करेंगे। उन्होंने जानकारी दी कि एसे ही 10 से 15 अक्टूबर के बीच अगले 200 जिलों में बैंक इकठ्ठा होकर एनबीएफसी और खुदरा कर्जदारों के साथ खुली बैठक करेंगे।
FM: We reviewed as to what's happened in terms of liquidity moving from banks to NBFCs&from NBFCs to customers. Happy to say banks have gone ahead with identifying such NBFCs for whom they can straight away lend, many of them have been given facility, many others are in pipeline. pic.twitter.com/9XTcz48fqp
— ANI (@ANI) September 19, 2019
उन्होंने कहा कि हमने बैंकों के साथ नकदी की स्थिति की समीक्षा की। हीं, कुछ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) की पहचान की गयी है जिन्हें बैंक कर्ज दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई को ये सुविधा दी गई है और कई पाइपलाइन में हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती को दूर करने के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। उन्होंने शनिवार को 60 प्रतिशत तक पूरे हो चुके निर्माणाधीन आवासीय परियोजनाओं का काम पूरा करने के लिए 10 हजार करोड़ रुपये की विशेष सुविधा देने की घोषणा की थी। साथ ही इतनी ही राशि निजी क्षेत्र से जुटायी जाएगी, इसकी भी जानकारी दी थी।
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