बैंकों के निजीकरण पर वित्त मंत्री सीतारमण ने कही बड़ी बात, RBI को लेकर दिया अहम बयान
नई दिल्ली। महीने की शुरुआत में पहला पेपरलेस बजट 2021 पेश करने के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज (7 फरवरी) देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के दौरे पर पहुंची है। इस दौरान कांग्रेस के लगभग 400 से 500 कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजीशुरू कर दी और काले झंडे दिखाए। प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुंबई में खड़े होकर बजट के बारे में बात करना संसद में चर्चा करने के बराबर है। बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री बीजेपी द्वारा बजट 2021-22 को लेकर 'सर्वस्पर्शी अर्थसंकल्प 2021' शीर्षक से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा मुंबई के दादर पहुंची हैं।
कार्यक्रम में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्र सरकार के बजट को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि बजट-2021-21 को कोरोना वायरस संकट के ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, ताकि सभी क्षेत्रों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाया जा सके। वित्त मंत्री के मुताबिक कोरोना काल मे हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखकर बजट तैयार करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण था। कार्यक्रम के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में बैंकों के निजीकरण को लेकर बड़ी बात कही।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कहा, वर्तमान में बैंक खुद एक होर्डिंग कंपनी की तरह खुद को तैयार करने के लिए सहमत हो रहे हैं। बैंक अपनी परिसंपत्तियों को हटाने और निजी कंपनियों में निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, जो उनके लिए काम करेंगे। निर्मला सीतारमण ने कहा, 'हम एक बैंक-संचालित समाधान के साथ आए हैं ना कि सरकार द्वारा संचालित समाधान के साथ। मुझे खुशी है कि आरबीआई भी बैंकों के साथ काम कर रहा है।'
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ग्लेशियर
टूटने
पर
निर्मला
सीतारमण
ने
कही
बड़ी
बात
बता
दें
कि
उत्तराखंड
के
चमोली
में
ग्लेशियर
टूटने
से
बड़ी
तबाही
सामने
आई
है।
हादसे
में
100-150
लोगों
के
लापता
होने
की
खबर
है।
ग्लेशियर
टूटने
के
बाद
इलाके
में
बाढ़
जैसे
हालात
बन
गए
हैं
और
यहं
गंगा
तपोवन
हाइड्रो
प्रोजेक्ट
का
बांध
भू
टूट
गया
है।
इस
हादसे
पर
वित्त
मंत्री
निर्मला
सीतारमण
ने
कहा
कि
यह
बहुत
ही
चौंकाने
वाली
घटना
है,
यह
प्राकृतिक
आपदा
है।
गृहमंत्री
ने
इस
बात
का
भरोसा
दिलाया
है
कि
उत्तराखंड
सरकार
को
जिस
भी
तरह
की
मदद
की
जरूरत
है
वो
मुहैया
कराई
जाएगी,
इसमे
किसी
भी
तरह
की
झिझक
नहीं
होनी
होगी।