3 सालों में पहली बार सरकार ने बढ़ाई नेचुरल गैस की कीमत,जानिए कौन रहेगा फायदे में और किसे होगा नुकसान
नई दिल्ली। सरकार ने अक्टूबर से लेकर मार्च तक की अवधि के लिए नेचुरल गैस के दामों में बढ़ोत्तरी कर दी है। इसकी कीमत में 17 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर दी गई है। अब इसकी नई कीमत 2.89 डॉलर (करीब 190 रुपए) प्रति एमबीटीयू हो गई है। आपको बता दें कि अप्रैल से सितंबर के बीच नेचुरल गैस की कीमत 2.84 डॉलर प्रति एमबीटीयू थी। पिछले 3 सालों में यह पहला मौका है जब सरकार ने नेचुरल गैस की कीमत बढ़ाई है। नेचुरल गैस के महंगे होने का सीधा असर सीएनजी और पीएनजी के दामों पर भी पड़ सकता है। हालांकि, रसोई गैस यानी एलपीजी से इसका कोई सीधा संबंध नहीं है।
यहां आपको बताते चलें कि अक्टूबर 2014 में ही तय किया गया था कि देश में जितना भी नेचुरल गैस का उत्पादन होता है, उसकी हर 6 महीने में समीक्षा की जाएगी। जब ऐसा किया जाता है तो अमेरिका/मेक्सिको, कनाडा और रूस जैसे देशों में जो कीमतें चल रही होती हैं, उन्हीं के हिसाब से कीमत तय की जाती है।
CNG
और
PNG
के
दाम
बढ़ेंगे
नेचुरल
गैस
महंगी
होने
का
सीधा
असर
सीएनजी
और
पीएनजी
गैस
पर
पड़ेगा।
इससे
इन
गैसों
के
दामों
में
भी
बढ़ोत्तरी
हो
सकती
है।
इसका
बड़ा
नुकसान
यह
होगा
कि
इससे
बिजली
और
उर्वरक
जैसे
उत्पादों
की
उत्पादन
लागत
भी
बढ़
सकती
है।
इससे
ओएनजीसी
और
रिलायंस
इंडस्ट्रीज
जैसे
उत्पादकों
को
फायदा
होगा।
इससे
उनकी
कमाई
बढ़
सकती
है।
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