जेट एयरवेज के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया को एनसीएलटी ने दी मंजूरी, अगली सुनवाई 5 को
नई दिल्ली। नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (एनसीएलटी) ने गुरुवार को एसबीआई की ओर से जेट एयरवेज के खिलाफ दाखिल की गई दिवाला याचिका को इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्टसी कोड की धारा सात के तहत सुनवाई के लिए मंजूर दे दी। इसके बाद अब जेट एयरवेज के खिलाफ दिवाला प्रकिया शुरू हो जाएगी। एनसीएलटी ने कहा कि यह मामला राष्ट्रीय हित से जुड़ा है, इसलिए इनसॉल्वेंसी रिजॉल्युशन प्रोफेशनल (आईआरपी) को 3 महीने के भीतर जेट एयरवेज के मामले का समाधान निकालने के निर्देश दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई पांच जुलाई को होगी।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई वाली बैंकों के समूह ने जेट एयरवेज के मामले पर सोमवार को कहा, 'हमने आईबीसी के तहत इसका हल निकालने का फैसला किया है, क्योंकि इसके लिए केवल एक सशर्त बोली प्राप्त हुई और सेबी से निवेशकों के छूट के लिए और सभी लेनदारों की समस्या का समाधान आईबीसी के तहत ही संभव है।'
एसबीआई की अगुआई में 26 बैंकों के कंसोर्टियम जेट एयरवेज के लिए आईबीसी के बाहर रेजॉल्यूशन पाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन आईबीसी के बाहर मामला सुलझाने के बैंकों के प्रयास विफल रहने के कारण कर्जदाता बैंकों ने कंपनी को एनसीएलटी में घसीटा। बता दें कि, जेट एयरवेज पर लगभग 8,500 करोड़ रुपए बकाया है। एसबीआई ने जेट एयरवेज के रिवाइवल की कोशिशों के नाकाम होने के बाद इस मामले को एनसीएलटी में भेजने का फैसला किया था।
इससे पहले गुरुवार को जेट एयरवेज के शेयर में काफी उछाल देखने को मिला है। जी हां जेट एयरवेज के शेयर में आज अचानक तेजी आ गई। ये शेयर सिर्फ 1 दिन में 123 फीसदी ऊपर पहुंच गया। दिन के कारोबार के दौरान जेट एयरवेज का शेयर 150 फीसदी तक ऊपर चला गया था। शेयर 82.75 रुपए तक पहुंच गया था। हालांकि बंद 122 फीसदी पर हुआ। पिछले 7 दिन में ये शेयर 60 फीसदी गिर चुका है। वहीं 1 साल के दौरान इसमें 80 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। जबकि बीएसई पर कंपनी के 1.21 करोड़ शेयर खरीदे बेचे गए।
ये एयरलाइंस फिलहाल बंद पड़ी है। जेट के कर्जदार पिछले 5 महीने से एयरलाइंस को बेचने की कोशिश कर रहे थे पर बेच नहीं सके। नकदी संकट के कारण जेट एयरवेज को बीते 17 अप्रैल को अपना परिचालन बंद करना पड़ा।
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