PF खाताधारक जल्द निपटा लें ये काम, वरना नहीं निकाल पाएंगे अपना पैसा
नई दिल्ली। अगर आप कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के अंशधारक है तो ये खबर आपके लिए खास है।अगर आप ईपीएफओ के 50 प्रतिशत से अधिक के अंशधारक हैं और आपने अब तक KYC को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) से नहीं जोड़ा है तो आपकी मुश्किल बढ़ने वाली है। ऐसे अंशधारक जिनका केवाईसी अब तक यूएएन नंबर से नहीं जुड़ा है
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PF खाताधारकों के लिए खास खबर
पीएफ
अंशधारक
के
लिए
ये
खबर
बेहद
खास
है।
अगर
आप
पीएफ
अंशधारक
हैं
और
अब
तक
आपने
अपना
केवाईसी
नहीं
करवाया
है
तो
आप
EPFO
की
ऑनलाइन
सर्विस
का
लाभ
नहीं
उठा
पाएंगे।
EPFO
के
ऑनलाइन
सेवाओं
का
लाभ
उठाने
के
लिए
अब
आपको
केवाईसी
करवाना
अनिवार्य
है।
आपको
अपनी
केवाईसी
की
जानकारी
को
पीएफ
खाते
से
जोड़ना
होगा।
सरकार
ने
ईपीएफओ
के
दायरे
में
आने
वाली
सभी
कंपनियों
को
पीएफ
अंशधारकों
के
यूएएन
और
KYC
के
मिलान
को
100
प्रतिशत
पूरा
करने
के
निर्देश
दिया
है।
क्या है UAN नंबर
आपको बता दें कि साल 2014 में ईपीएफओ ने 12 अंकों वाला यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जारी किया था। ये नंबर UAN भविष्य निधि से जुड़ी सभी सेवाओं के लिए अनिवार्य है और पीएफ सेवाओं की तीव्रता लने के लिए ये नंबर लाया गया। पीएफ की ऑनलाइन सेवाओं के लिए यूएएन नंबर की जरूरत पड़ती है।
केवाईसी के क्या फायदे
KYC
पूरा
होने
से
आपके
फाइनेंशियल
ट्रांजेक्शन
आसान
हो
जाते
हैं।
पीएफ
अकाउंट
में
बैंक
खाते
की
जानकारी
अपडेटेड
नहीं
होती
है
तो
क्लेम
रिक्वेस्ट
रिजेक्ट
हो
सकती
है।
बिना
केवाईसी
के
ईपीएफ
से
आपको
अलर्ट
नहीं
मिल
पाता।
आप
घर
बैठे
केवाईसी
करवा
सकते
हैं।
UAN
पोर्टल
से
ही
आप
इसे
अपटेड
कर
सकते
हैं।
केवाईसी
के
लिए
आधार
नंबर,
बैंक
अकाउंट
नंबर,
पैन
और
अंशधारक
का
मोबाइल
नंबर
शामिल
होता
है।
न दोहराएं ये गलती
निजी सेक्टर में काम करने वाले नौकरीपेशा लोग नौकरी बदलते ही अपना पीएफ का पैसा निकाल लेते हैं। लोग नए नौकरी में नया पीएफ खाता खुलवा लेते हैं और कंपनी को अपना पुराना UAN नंबर भी नहीं देते। जो नया UAN जेनरेट होता है वो आपको सिर्फ नए ऑफिस की पासबुक ही दिखेगी, लेकिन दो अलग-अलग UAN नंबर होने पर आपके लिए खाते की डिटेल देख पाना काफी मुश्किल होगा। इसलिए बेहतर है कि आप पुराने यूएएन नंबर को नए खाते के साथ मर्ज कर लें।