मूडीज ने GDP ग्रोथ को लेकर सुनाई बुरी खबर, इकॉनमी में 11.5 फीसदी गिरावट का अनुमान
नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को अनुमान के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि में 11.5 फीसदी की कमी का अनुमान लगाया है। बता दें कि इससे पहले मूडीज ने आर्थिक वृद्धि में 4 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था लेकिन आज इसे बढ़ा कर 11 फीसदी से भी अधिक कर दिया गया। गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट के चलते भारत की आर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है।
अर्थव्यवस्था में 11.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान
रेटिंग एजेंसी का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि में डबल डिटिज गिरावट का कारण कम ग्रोथ, ज्यादा कर्ज बोझ और कमजोर वित्तीय व्यवस्था है जिसके चलते भारत के क्रेडिट प्रोफाइल पर दबाव बढ़ रहा है। मूडीज के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के चलते जोखिम और बढ़ गया है। मूडीज ने कहा कि उसका अनुमान है कि 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 11.5 प्रतिशत की गिरावट आएगी।
GDP में 23.9 फीसदी की गिरावट
एजेंसी के मुताबिक अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली में गहरे दबाव से देश की वित्तीय मजबूती में और गिरावट आ सकती है। जिससे क्रेडिट प्रोफाइल पर दबाव और बढ़ सकता है। बता दें कि चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में भारत के सकल घरेलू उत्पाद(GDP) में 23.9 फीसदी की गिरावट आई है, जो विश्व भर के बड़े देशों के अर्थव्यवस्था में आई गिरावट के सबसे ऊंचे आंकड़ों में से है।
रेटिंग एजेंसी फिच ने भी दिए ऐसे ही संकेत
मूडीज के अलावा कुछ बीते दिनों रेटिंग एजेंसी फिच ने भी ऐसा ही अनुमान लगाया था। फिच ने चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 फीसदी के भारी गिरावट का अनुमान लगाया है। रेटिंग एजेंसी फिच( Fitch Rating Agency) ने मंगलवार को बयान जारी करते हुए कहा कि चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में भारतीय इकोनॉमी में 10.5 फीसदी की गिरावट आ सकती हैं। फिच के बयान के मुताबिक चालू वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में भारत के जीडीपी में सुधार देखने को मिलेगा, लेकिन इकोनॉमी में सुधार की रफ्तार बेहद सुस्त होगी।
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