मूडीज ने 2019 में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.8 से घटाकर किया 6.2 प्रतिशत
मूडीज ने 2019 में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.8 से घटाकर किया 6.2 प्रतिशत
नई दिल्ली। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने साल 2019 के लिए भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.2 प्रतिशत कर दिया है। एजेंसी ने पहले जीडीपी ग्रोथ 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था, जिसे अब 0.6 प्रतिशत घटाकर 6.2 कर दिया गया है। अर्थव्यवस्था में नरमी और कारोबार में बने अनिश्चित्ता के माहौल को जीडीपी पर नकारात्मक असर को वजह बता गया है।
कैलेंडर वर्ष 2020 के लिए भी जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को मूडीज ने 0.6 प्रतिशत घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है। पहले इसके 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान जाहिर किया गया था, जिसे अब कम कर दिया गया है। मूडीज की ओर से जारी बयान में कमजोर वैश्विक अर्थव्यवस्था से एशियाई निर्यात प्रभावित होने और अनिश्चित वातावरण की वजह से निवेश घटने को इसके पीछे की वजह बताया गया है।
बीते कुछ दिनों में लगातार भारतीय अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर देखा जा रहा है। कई सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित हैं। ऑटो सेक्टर में बिक्री में आई भारी गिरावट के चलते कंपनियां कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। लगातार कई सेक्टर में कर्मचारियों की छंटनी का दौर लगातार देखने को मिल रहा है।
अर्थव्यस्था की हालत को लेकर नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा है, आज पूरी वित्तीय प्रणाली जोखिम में है और कोई भी पिछले 70 सालों में ऐसी स्थिति से रूबरू नहीं हुआ है। प्राइवेट सेक्टर में कोई भी कर्ज देने को राजी नहीं है। नोटबंदी और जीएसटी के बाद नकदी का संकट बढ़ा है। मंदी की हालात ये है कि आज कोई भी किसी पर विश्वास नहीं कर रहा है। यह सिर्फ सरकार और प्राइवेट सेक्टर की बात नहीं है। निजी क्षेत्र में आज कोई भी किसी और को कर्ज नहीं देना चाहता।
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