आपके पास भी है वैगनआर, सेंट्रो कार तो जरूर पढ़ लें ये खबर
नई दिल्ली। देश में सुरक्षित वाहनों को बढ़ावा देने की मुहिम के तहत सिक्योरिटी टेस्ट किया गया, जिसमें मारुति सुजुकी इंडिया की लोकप्रिय हैचबैक वैगनआर और ह्युंडई की सैंट्रो को केवल दो स्टार मिले। वाहन सुरक्षा समूह ग्लोबल एनसीएपी ने गुरुवार को बताया कि एंट्री लेवल की कारों पर किए गए इस टेस्ट में दात्सुन के रेडीगो को महज एक स्टार रेटिंग मिली। क्रैश टेस्ट में फेल होने वाली कारों को लेकर अब नई बहस शुरू हो गई है।
किसी मॉडल को 5 स्टार रेटिंग नहीं
हैरानी की बात ये है कि इस क्रैश टेस्ट में किसी भी मॉडल को पांच स्टार रेटिंग नहीं मिल सकी। हालांकि, मारुति सुजुकी के दो एयरबैग वाले मल्टी परपस व्हीकल (एमपीवी) एर्टिगा को परीक्षण में 3-स्टार रेटिंग जरूर मिली। इस बाबत ग्लोबल एनसीएपी ने कहा, 'भारत के लिए सुरक्षित वाहन मुहिम के छठे दौर के लिए एर्टिगा, वैगनआर, सैंट्रो और रेडीगो के एंट्री लेवल संस्करण को चुना गया।'
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एर्टिगा का प्रदर्शन रहा बेहतर
इस क्रैश टेस्ट से पता चला है कि केवल एर्टिगा में ही दो एयरबैग दिए गए हैं, जबकि अन्य वाहनों में केवल चालक के लिए एक ही एयरबैग है।' ग्लोबल एनसीएपी के प्रेसिडेंट व सीईओ डेविड वार्ड ने कहा कि इन गाड़ियों के हालिया क्रैश टेस्ट में मिला-जुला प्रदर्शन देखने को मिला। ये निराशाजनक रहा कि किसी भी वाहन ने 5-स्टार प्रदर्शन नहीं किया। इससे जाहिर होता है कि कई सुविधाएं होने के बाद भी ये गाड़ियां सेफ्टी की रेस में पिछड़ गईं।
सैंट्रो को केवल दो स्टार मिले
उन्होंने आगे कहा कि एर्टिगा ने वयस्कों और बच्चों दोनों के लिए तीन-तीन स्टार रेटिंग हासिल की। वैगनआर और सैंट्रो को बच्चों और व्यस्कों की सिक्योरिटी के मामले में 2-2 स्टार मिले। रेडीगो को वयस्कों के लिए एक स्टार और बच्चों के लिए 2-स्टार रेटिंग मिली। NCAP कहता है कि इसमें सुधार किया जाना चाहिए। इनका फुलवेल फील्ड स्टेबल नहीं था और पेडल डिसप्लेसमेंट ने ड्राइवर के निचले पैरों पर रिस्क दिखाया था। वयस्क लोगों की गरदन और सिर सुरक्षित थे, चालक की छाती को हल्की सुरक्षा मिली थी।