MAKE IN INDIA: Apple ने भारत में बनाना शुरु किया I-Phone-11
नई दिल्ली। भारत ने आर्थिक मोर्च पर चीन को हाल ही बड़ा झटका दिया है। अमेरिकी कंपनी एप्पल ने भारत में अपने लेटेस्ट फ्लैगशिप सीरीज आईफोन- 11 की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर दी है। आईफोन 11 को चेन्नई के पास फॉक्सकॉन प्लांट में बनाया जा रहा है। केंद्र सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत यह बड़ी कामयाबी है। फॉक्सकॉन एप्पल की टॉप-3 कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स में एक है, जो इसी प्लांट में आईफोन XR भी बनाता है।
भारत में बनने लगे iPhone 11
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एप्पल ने धीरे-धीरे प्रोडक्शन बढ़ाने की योजना बनाई है और शायद भविष्य में चीन पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए भारत में बने आईफोन 11 का निर्यात करना शुरू करेगा। ये पहला मौका नहीं है जब एप्पल भारत में आईफोन बना रही है। इससे पहले भी कंपनी ने कुछ मॉडल भारत में एसेंबल किए हैं, लेकिन पहली बार कंपनी ने फ़्लैगशिप सीरीज को भारत में बनाने का काम शुरू किया है।
मेड इन इंडिया होगा iPhone 11
रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल के एक दूसरे कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चर्स पेगाट्रोन ने हाल में भारत में एक सहायक कंपनी रजिस्टर्ड की है। एप्पल ने पिछले साल सितंबर में जो तीन नए मॉडल्स लॉन्च किए थे, उनमें भारत में आईफोन-11 की बिक्री सबसे ज्यादा है। एग्जिक्यूटिव्स ने बताया कि भारत में बने आईफोन-11 की सप्लाई पहले ही स्टोर्स तक पहुंच गई है। एप्पल, भारत में अपने दो और हैंडसेट मॉडल्स बनाती है। आईफोन -XR को फॉक्सकॉन प्लांट में बनाया जाता है। जबकि आईफोन- 7 को विस्ट्रॉन फैक्ट्री में बनाया जाता है।
PM मोदी के मेक इन इंडिया को बूस्ट
इस पर वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक ट्वीट कर लिखा कि, मेक इन इंडिया के लिए ये महत्वपूर्ण बूस्ट है। एप्पल ने भारत में आईफोन-11 बनाना शुरू कर दिया है, पहली बार एप्पल भारत में टॉप ऑफ द लाइन मॉडल बना रहा है। वहीं दूसरी ओर यह भी माना जा रहै है कि, अगर आईफोन का भारत में उत्पादन शुरू हो जाता है, तो उनके दामों में भी कमी आएगी। क्योंकि कंपनी भारत में चीन में बने आईफोन-11 हैंडसेट्स भी बेच रही है। वहीं लोकल प्रॉडक्शन से एप्पल को 22 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी बचती है।
विस्ट्रोन प्लांट में नया आईफोन- SE बनाने के प्लान पर विचार
यही नहीं एप्पल बेंगलुरु के करीब विस्ट्रोन प्लांट में नया आईफोन- SE बनाने के प्लान पर विचार कर रही है। इस प्लांट में पहले वाला आईफोन-SE बनता रहा है। भारत में अमेरिकी कंपनियों के रूझान की एक वजह चीन-अमेरिका में बढ़ते तनाव को भी माना जा रहा है। चीन चारों ओर से अशांति से घिर चुका है, ऐसे में यह कोई चौंकाने वाली बात नहीं कि अमेरिकी कंपनी एपल चीन से बाहर अधिक से अधिक मैन्युफैक्चरिंग करने के लिए काम कर रही है, जिसका फायदा भारत को मिल रहा
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