Must Read: मोदी सरकार के ऐलान से LIC को लग सकता है बड़ा झटका! आपके पास भी है पॉलिसी तो जरूर जानें
Must Read:मोदी सरकार के ऐलान से LIC को लग सकता है बड़ा झटका! आपके पास भी है पॉलिसी तो जरूर जानें
नई दिल्ली। 1 फरवरी को मोदी सरकार ने अपना बजट पेश किया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का बजट पेश किया। बजट में लोगों के लिए नया इनकम टैक्स स्लैब पेश किया गया। नए इनकम टैक्स में जहां लोगों को टैक्स स्लैब में राहत दी गई तो वहीं इस टैक्स स्लैब से इंश्योरेंस पॉलिसी को झटका लग सकता है। मोदी सरकार के बजट में इनकम टैक्स के नए ऑप्शन से देश की सबसे बड़ी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) को बड़ा झटका लग सकता है।
LIC को लग सकता है झटका
इनकम टैक्स के नए ऑप्शन से उन लोगों को राहत मिलेगी, जो बचत नहीं कर पाते हैं। नए इनकम टैक्स ऑप्शन में इंश्योरेंस पर टैक्सपेयर्स को मिलने वाला ट्रेडिशनल टैक्स इन्सेन्टिव को खत्म कर दिया गया है। यानि इनकम टैक्स में मिलने वाले बचत समेत कई तरह के मिलने वाले छूट (डिडक्शन) के लाभ को खत्म कर दिया है। नए इनकम टैक्स सिस्टम में 70 छूट और डिडक्शन को खत्म कर दिए गए हैं। ऐसे में इसका असर एलआईसी पर पड़ सकता है। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, इस फैसले से LIC की वैल्यूएशन में भी कमी आ सकती है।
LIC की कमाई पर पड़ सकता है असर
नए
इनकम
टैक्स
सिस्टम
का
असर
एलआईसी
की
कमाई
पर
पड़ने
वाला
है।
दरअसल
नए
टैक्स
सिस्टम
में
बचत
को
खत्म
कर
दिया
है।
ऐसे
में
एलआईसी
की
पॉलिसी
लेकर
इनकम
टैक्स
में
बचत
नहीं
कर
सकेंगे।
एलआईसी
मध्यम
और
लो
इनकम
परिवारों
को
टैक्स
प्लानिंग
के
मकसद
से
मुहैया
कराती
है,
लेकिन
नए
इनकम
टैक्स
सिस्टम
में
छूट
खत्म
करने
के
बाद
से
लोगों
को
एलआईसी
में
निवेश
से
कोई
लाभ
नहीं
मिलेगा।
हालांकि
लोगों
के
पास
दोनों
ही
इनकम
टैक्स
विकल्प
चुनने
का
ऑप्शन
होगा।
लोग
अपने
जरूरत
के
मुताबिक
इनकम
टैक्स
का
विकल्प
चुन
सकते
हैं।
वो
कम
रेट
और
बिना
एग्जम्पशंस
वाली
इनकम
टैक्स
की
नई
व्यवस्था
को
चुन
सकते
हैं,
जिसमें
उन्हें
एलआईसी
पॉलिसी
लेने
से
लाभ
मिलेगा।
ऐसा
इसलिए
क्योंकि
नई
टैक्स
व्यवस्था
में
कम
दर
पर
टैक्स
भुगतान
करने
का
ऑप्शन
तो
मिलेगा,
लेकिन
इसमें
किसी
भी
तरह
के
डिडक्शन
का
फायदा
नहीं
मिलेगा।
नए
टैक्स
सिस्टम
के
तहत
आप
80C,
80CCC,
80CCD,
80D,
80DD,
80DDB,
80E,
80EE,
80EEA,
80EEB,
80G,
80GG,
80GGA,
80GGC,
80IA,
80-IAB,
80-IAC,
80-IB,
80-IBA,
में
बचत
का
लाभ
नहीं
उठा
सकेंगे।
LIC बीमाधारक ध्यान दें
नई इनकम टैक्स ऑप्शन से एलआईसी पर असर पड़ेगा। इसे लेकर एक्सपर्ट का कहना है कि LIC का रिटेल बिजनेस पार्टिसिपेटिंग पॉलिसी वाला है जो मध्य वर्ग के नौकरीपेशा लोगों को टैक्स प्लानिंग के मकसद में मदद करती है। लेकिन टैक्स में सेविंग में कमी के कारण LIC समेत बीमा कंपनियों पर असर होगा। यहीं वजह है कि बजट के ऐलान के साथ ही बीमा कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई। माना जा रहा है कि LIC से टैक्स बेनिफिट नहीं होने पर लोग निवेश से अपना हाथ खींच सकते हैं।
LIC एजेंट को भी झटका
एलआईसी की कमाई पर असर पड़ेगा तो एलआईडी एजेंट भी प्रभावित होंगे। एलआईसी में करीब 11.89 लाख एजेंट वहीं उन्होंने बताया कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में करीब 11.89 लाख एजेंट काम करते हैं। देश में एक लाख रुपए से पांच लाख रुपए तक सम एस्योर्ड वाली योजनाएं अधिक बेची जाती हैं। प्रस्तावित नया टैक्स स्लैब के तहत करदाताओं पर टैक्स का बोझ कुछ घट सकता है और उन्हें टैक्स बचाने के लिए बीमा योजना खरीदने की जरूरत नहीं पड़ सकती है। उन्होंने कहा कि इसके कारण एजेंट के लिए बीमा योजना बेचना अधिक कठिन हो जाएगा।