Card Tokenisation: टोकन के जरिए होगा पेमेंट, जानिए क्या है कार्ड टोकनाइजेशन और इसका प्रोसेस?
Card Tokenisation: टोकन से होगा पेमेंट, जानिए क्या है कार्ड टोकनाइजेशन और इसका प्रोसेस? क्या है इसका प्रोसेस
नई दिल्ली। 1 जुलाई से लागू होने वाले कार्ड टोकेनाइजेशन को तीन बढ़ने के लिए बढ़ा दिया गया है। पहले 1 जुलाई से कार्ड टोकनाइजेशन लागू करना अनिवार्य था, लेकिन रिजर्व बैंक ने इसकी डेडलाइन 3 महीने बढ़ाकर 1 अक्टूबर 2022 तक दी है। कार्ड टोकनाइजेशन की प्रक्रिया देशभर में लागू होने वाली है। जहां बड़ी रंपनियों ने इसका पालन करना शुरू कर दिया है तो वहीं कई फाइनेंस और बैंकिंग कंपनियों ने इसके लिए समय मांगी, जिसके बाद आरबीआई ने तीन महीने की मोहलत दी है। अब तक 19.5 करोड़ टोकन जारी किए जा चुके हैं।
क्या है कार्ड टोकनाइजेशन
क्रेडिट
कार्ड,
डेबिट
कार्ड
से
जुड़े
नियम
में
बड़ा
बदलाव
होने
जा
रहा
है।
अगले
महीने
से
मर्चेंट,
पेमेंट
एग्रीगेटर,
पेमेंट
गेटवे
और
अधिग्रहण
करने
वाले
बैंक
ग्राहकों
के
क्रेडिट
या
डेबिट
कार्ड
से
जुड़ी
जानकारी
को
स्टोर
नहीं
कर
सकेंगे।
यानी
ये
टोकन
सिस्टम
आपके
क्रेडिट
और
डेबिट
कार्ड
को
अधिक
सुरक्षित
बनाएगा।
यानी
कार्ड
टोकनाइजेशन
का
नियम
लागू
होने
के
बाद
आपको
हर
बार
क्रेडिट-डेबिट
कार्ड
का
डिटेल
नहीं
डालना
होगा।
क्रेडिट और डेबिट कार्ड को और अधिक सुरक्षित बनाने की कोशिश
कार्ड टोकनाइजेशन की मदद से क्रेडिट और डेबिट कार्ड को और अधिक सुरक्षित बनाने की कोशिश की जा रही है। इससे जुड़े फ्रॉड को रोकने की कोशिश की जा रही है। ईकॉमर्स वेबसाइट या ग्राहक को अपने कार्ड पेमेंट का टोकन जनरेट करना होगा या फिर हर बार आपको पेमेंट के लिए अपने कार्ड की पूरी डिटेल यानी 16 अंकों का कार्ड नंबर, वैलिडिटी डेट, तारीख, सीवीवी आदि की पूरी डिटेल भरनी होगी। यानी आपको टोकनाइजेशन के तहत, कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन करने के लिए एक यूनिक कोड या टोकन जनरेट किया जाएगा, जिसका इस्तेमाल कर आप पेमेंट कर सकेंगे।
कैसे करें कार्ड टोकनाइजेशन
- अपने क्रेडिट और डेबिट कार्ड को टोकेनाइजेशन करने के लिए आपको कुछ स्टेप फॉलो करने होंगे।
- कार्ड टोकनाइज्ड करने के लिए आपको शॉपिंग के दौरान वेबसाइट पर जाकर सामान खरीदने के बाद पेमेंट करते वक्त कार्ड पेमेंट ऑप्शन चुनकर अपने कार्ड का CVV डालें।
- इसके बाद आपको Secure your card या फिर Save card as per RBI guidelines ऑप्शन पर क्लिक करें।
- इसके बाद इसे Save करें और फिर OTP भरें।
- इस प्रोसेस को करने के बाद उसे वेबसाइट पर आपके कार्ड का टोकनाइजेशन हो जाएगा।
क्यों है सुरक्षित
कार्ड टोकनाइजेशन सुरक्षित हैं, क्योंकि इसमें मर्चेंट की वेबसाइट या ऐप पर आपके कार्ड की डिटेल सेव नहीं होती है। टोकनाइजेशन से ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग के दौरान आपको अपने कार्ड की एक्चुअल डिटेल मर्चेंट के साथ साझा नहीं करनी होती है। इतना ही नहीं वेबसाइट या शॉपिंग मर्चेट तो ग्राहकों का टोकन क्रिएट करने के लिए भी ग्राहकों की सहमति लेनी होगी। ये सहमति OTP-बेस्ड ऑथेंटिकेशन होगी।
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