Jet Airways: पुराने टिकट रिफंड का पैसा कब तक मिलेगा ? जानिए
नई दिल्ली, 22 मई: दो साल से निलंबित जेट एयरवेज के विमान फिर से उड़ान भरने के लिए तैयार हो रहे हैं। एयरलाइंस की ओर से जो कुछ कहा जा रहा है, उसके हिसाब से इसी साल सितंबर तक फिर से यह विमान सेवा देश में शुरू हो जाएगी। लेकिन, वित्तीय संकट की वजह से जब दो साल पहले यह एयरलाइंस बंद हुआ था, तब फ्लाइट कैंसिल होने के बाद यात्रियों के टिकट रिफंड के पैसे भी फंस गए थे। लेकिन, अब जिस समाधान योजना के तहत यह विमान सेवा फिर से शुरू हो रही है तो पुराने टिकट के बकाया पैसों को लेकर भी यात्रियों की उम्मीद जगी है। जेट एयरलाइंस ने बता दिया है कि टिकट रिफंड के कितने पैसे मिलेंगे और यह कब तक मिल जाएंगे।
सितंबर से फिर से उड़ान भरेंगे जेट एयरवेज के विमान
जेट एयरवेज करीब दो साल बाद डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए ) से एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एओसी) मिलने के बाद फिर से उड़ान भरने की तैयारी कर रहा है। इस सर्टिफिकेट के बाद जेट एयरवेज को देश में कमर्शियल ऑपरेशन की मंजूरी मिल गई है। जेट एयरवेज के विमान अप्रैल, 2019 से ही ग्राउंडेड हैं। अब जब इसके फिर से ऑपरेशन शुरू करने का रास्ता साफ हो चुका है तो सवाल उठ रहे हैं कि जिन यात्रियों के पुराने टिकट के रिफंड का पैसा अभी तक बकाया है, उसका क्या होगा और उन्हें कब तक मिलेगा। कंपनी की योजना के मुताबिक इस साल सितंबर से इसके विमान फिर से उड़ान भरने लगेंगे।
नए अंदाज में सेवा बहाल करने की तैयारी
जेट एयरवेज के मौजूदा प्रमोटर जालान कालरॉक कंसोर्टियम की ओर से एयरलाइंस के नव नियुक्त सीईओ संजीव कपूर ने कहा है कि आने वाले हफ्तों में एयरक्राफ्ट और फ्लीट प्लान, नेटवर्क, प्रोडक्ट और कस्टमर वैल्यू प्रोपोजिशन, लॉयलिटी प्रोग्राम और बाकी डिटेल चरणबद्ध तरीके से जाहिर की जाएगी। उनके मुताबिक जेट एयरवेज के पास बाकी भारतीय एयरलाइंस कंपनियों के मुकाबले संभवत: बेहतरीन ऐप, वेबसाइट और आईटी सिस्टम होगा, साथ ही उसका मानवीय दृष्टिकोण बरकरार रहेगा। कपूर के शब्दों में 'कस्टमर-ड्रिवेन होने के साथ ही, एक अलग सोचने की इच्छा।'
कुल कितना टिकट रिफंड करेगा जेट एयरवेज ?
जेट एयरवेज के एक दस्तावेज के मुताबिक टिकट रिफंड के 5,174 दावे किए गए थे, जिसका मूल्य 3,120 करोड़ रुपये था। रिफंड के कुल दावों में से एयरलाइंस ने 2,028 करोड़ रुपये रिफंड करने की बात मानी है। लेकिन, जेट एयरवेज ने 1,092 करोड़ रुपये के रिफंड के दावे को खारिज कर दिया है। मतलब, कंपनी दावे की सिर्फ एक-तिहाई रकम लौटाने की ही बात कह रही है।
कब तक वापस आएगा टिकट रिफंड का पैसा ?
जेट एयरवेज ने कहा है कि मंजूर किए गए समाधान योजना के तहत 'प्रभावी तारीख' से 175वें दिन तक भुगतान किया जा सकता है। नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल के आदेशों के तहत सभी शर्तों को पूरा करने की तारीख 'प्रभावी तारीख' मानी जाएगी। इन शर्तों में 1- डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से कॉर्पोरेट देनदार के एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट का सत्यापन। 2- डीजीसीए और उड्डयन मंत्रालय को बिजनेस प्लान देना और उसकी मंजूरी। 3- डीजीसीए और मंत्रालय के लिए स्लॉट अलॉटमेंट अप्रूवल, 4- लागू होने वाले कानून को पूरा करते हुए इंटरनेशनल ट्रैफिक राइट्स क्लियरेंस और 5- दायर की गई डिमर्जर योजना। जेट एयरवेज के एक बयान के मुताबिक, 'जब एक बार ये मंजूरी मिल जाएंगी, दावेदार/लेनदारों को समय-सीमा के साथ रिफंड प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी। '
रिफंड की रकम क्या होगी ?
स्वीकृत समाधान योजना के मुताबिक आवंटित रकम 'लेनदारों की सूची' में शामिल प्रत्येक स्वीकृत दावे के मुताबिक होगी, हर टिकट के लिए नहीं। जेट एयरवेज के बयान के मुताबिक 15,000 रुपये तक के रिफंड के दावों के लिए तो वास्तविक रकम लौटाई जाएगी, लेकिन 15,000 रुपये से ज्यादा के दावों में अधिकतम 15,000 रुपये ही मंजूर किए जाएंगे, वह भी कुछ शर्तों को पूरा करने के बाद। मंजूर की गई समाधान योजना के तहत यात्रियों को टिकट रिफंड के लिए कोई अलग से फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं है। जिन्होंने व्यक्तिगत या कॉर्पोरेट टिकट ट्रैवल एजेंट या ट्रैवल कंपनियों के जरिए बुक किया था, उन्हें सीधे उनके जरिए ही दावों का निपटारा करना होगा। प्रत्येक दावेदारों को 15,000 रुपये की रकम सीधे संबंधित ट्रैवल एजेंट या ट्रैवर कंपनियों को ट्रांसफर किए जाएंगे।
जेट एयरवेज का संक्षिप्त इतिहास
वित्तीय संकट की वजह से जेट एयरवेज को अपना संचालन 17 अप्रैल, 2019 से निलंबित कर देना पड़ा था। इससे पहले यह दो दशकों से ज्यादा वक्त तक हवाई यात्रियों को अपनी सेवाएं दे चुका था। एयरलाइंस के खिलाफ भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में ऋणदाताओं के एक संघ ने जून, 2019 में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि की वसूली के लिए इसके खिलाफ एक दिवाला याचिका दायर की थी। अक्टूबर 2020 में, एयरलाइन की लेनदारों की समिति ने यूनाइटेड किंगडम की कालरॉक कैपिटल और संयुक्त अरब अमीरात स्थित उद्यमी मुरारी लाल जालान के कंसोर्टियम की ओर से दी गई समाधान योजना को मंजूरी दी। जून, 2021 में इस समाधान योजना पर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने भी मुहर लगा दी।(तस्वीरें- फाइल)