मुश्किल दौर में जेट एयरवेज, पायलट ने एक अप्रैल से दी हड़ताल की धमकी
मुश्किल दौर में जेट एयरवेज,पायलट ने एक अप्रैल से दी हड़ताल की धमकी
नई दिल्ली। लगातार वित्तीय संकट से जूझ रही निजी क्षेत्र की विमानन कंपनी जेट एयरवेज की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। एयरलाइंस की हालत लगातार खराब होती जा रही है, वहीं एयरलाइंस के 4 और विमान सेवा से बाहर हो गए हैं। इसी के साथ कंपनी अब तक 41 विमानों का परिचालन बंद कर चुकी है। आर्थिक तंगी से जूझ रही कंपनी पूंजी जुटाने के तरीकों पर विचार कर रही है। वहीं दूसरी ओर एयरलाइन के रखरखाव विभाग के इंजीनियरों ने मंगलवार को एविएशन विभाग को एक पत्र लिखा और जेट एयरवेज में सफर करने वालों यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा किया।
इतना ही नहीं जेट एयरवेज के पायलटों ने हड़ताल की धमकी दे डाली है। पिछले तीन महीनों से जेट एयरवेज के कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिली है। कंपनी की ओर से इसे लेकर कोई आश्वासन भी नहीं दिया जा रहा है, जिसके बाद एयरलाइंस के पायलट ने हड़ताल पर जाने की धमकी दी है। पायलट ने 1 अप्रैल से काम न करने और अनिश्चितकालिन हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।
वहीं कंपनी के इंजीनियर्स ने एविएशन विभाग को पत्र लिखा है और पत्र में पिछले तीन महीनों से कर्मचारियों को वेतन ना मिलने की बात कही है। इंजीनियरों ने जेट एयरवेज में सफर को खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि तीन महीने से सैलरी नहीं मिलने की वजह से हमारे लिए वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा काफी कठिन है, जिसके परिणामस्वरूप काम पर और विमान निर्माताओं की मनोवैज्ञानिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया भर में जेट एयरवेज द्वारा सार्वजनिक परिवहन हवाई जहाजों की सुरक्षा खतरे में है।
हालांकि बाद में इंजीनियर्स ने इसका शुद्धि पत्र लिखा और कहा कि जेट एयरवेज के विमान में यात्रा करने के लिए सही और सुरक्षित हैं। जेट एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस इंजीनियर्स वेल्फेयर एसोसिएशन के अनुसार, कंपनी की टेक्निकल डिस्पैच रिलाएबिलिटी 99.50 प्रतिशत है। कर्मचारियों की नाराजगी देखते हुए केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने इस मुद्दे पर आपात बैठक बुलाने के लिए कहा है। आपको बता दें कि जेट एयरवेज ने सोमवार को अपने चार और विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया था। पट्टे पर लिए विमानों का किराया नहीं चुकाए के चलते एयरलाइंस ने चार और विमानों का परिचालन रोक दिया गया। इसके बाद कुल विमानों की संख्या 41 हो गयी है।