जेट एयरवेज ने की सभी इंटरनेशनल उड़ानें रद्द, 12 अप्रैल को नीलामी पर फैसला
नई दिल्ली। आर्थिक संकट से जूझ रहे जेट एयरवेज की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। तेल कंपनियों के बकाए की वजह से जेट एयरवेज की उड़ानें रद्द हो गई है। तेल कंपनियों ने जेट की विमानों को ईंधन देने से इंकार कर दिया। जेट एयरवेज की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। आज और कल की सभी अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें कैंसिल कर दी है।
एयरलाइंस ने एम्सटर्डम, पेरिस और लंदन जाने वाली विमानों को दो दिन के लिए रद्द कर दिया। वहीं पूर्वी और उत्तर-पूर्व राज्य की उड़ानें जेट ने अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दी है। वहीं कोलकाता, पटना, गुवाहाटी की फ्लाइटें भी रद्द हो गई। जहां तेल कंपनियों की ओर से एयरवेज को तेल नहीं मिल रहा है वहीं डीजीसीए ने 7 विमानों का रजिस्ट्रेशन भी रद्द कर दिया है। डीजीसीए ने जेट एयरवेज के सात बोइंग 737-800 विमानों का पंजीकरण रद्द करने की घोषणा की।
वहीं जेट एयरवेज के हिस्सा बिक्री के नीलामी की तारीख बढ़ाकर 12 अप्रैल कर दी गई है। कंपनी के पास अब तक कोई बोली लगाने वाला सामने नहीं आया है। गौरतलब है कि एसबीआई कैपिटल ने 8 अप्रैल को बोली प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन बुधवार को इसकी समय सीमा 10 अप्रैल से बढ़ाकर 12 अप्रैल कर दी गई। बता दें कि एसबीआई के बैंकों के कंसोर्शियम ने कहा था कि वो जेट एयरवेज में 50.1% हिस्सेदारी लेंगे। इस हिस्सेदारी के बाद वो जेट एयरवेज को 1,500 करोड़ रुपए देंगे। 8,000 करोड़ रुपए से ज्यादा के कर्ज में फंसी जेट एयरवेज की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती जा रही है।