मोदी सरकार दे सकती है झटका, 1 फरवरी 2020 से बढ़ सकता है रेलवे का किराया, जानिए कितना महंगा होगा ट्रेन का सफर
मोदी सरकार दे सकती है झटका, 1 फरवरी 2020 से बढ़ सकता है रेलवे का किराया
नई दिल्ली। ट्रेन से सफर करने वालों के लिए बड़ी खबर है। नए साल में आपको झटका लग सकता है। मोदी सरकार ट्रेन किराए में बढ़ोतरी का फैसला कर सकती है। माना जा रहा है की 1 फरवरी 2020 से ट्रेन के किराए में बढ़ोतरी हो सकती है। खबर के मुताबिक रेल मंत्रालय किराए बढ़ोतरी को लेकर ऐलान कर सकती है। खबर ये भी है कि ट्रेन किराए पर रेल मंत्रालय के प्रस्ताव पर PMO की मंजूरी मिल चुकी है और शीतकालीन सत्र के खत्म होने के बाद रेल मंत्रालय की ओर से इसका ऐलान किया जा सकता है।
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रेल यात्रियों को झटका
जी बिजनेस की रिपोर्ट के मुताबिक 1 फरवरी 2020 से ट्रेन टिकट के किराए में बढ़ोतरी हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि रेल मंत्रालय संसदीय सत्र के खत्म होने के बाद किराए में बढ़ोतरी का ऐला कर सकता है। रेल मंत्रालय को किराए बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर पीएमओ से हरी झंडी मिल चुकी है। दरअसल लगातार घाटे में चल रही भारतीय रेलवे की दिशा सुधारने के लिए रेल मंत्रालय ने किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। लंबे वक्त से रेलवे ने किराए में बढ़ोतरी नहीं की है। सरकार बढ़े हुए किराए को 1 फरवरी 2020 से लागू कर सकती है। आपको बता दें कि जून 2014 में आखिरी बार रेलवे के किराए में बढ़ोतरी किया गया था। रेलवे ने उस वक्त यात्री किराए में 14.5 प्रतिशत तक का इजाफा किया था। उस वक्त मालभाड़े में 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी। उसके बाद से अब तक रेलवे के किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई।
कितना बढ़ेगा किराया
रिपोर्ट के मुताबिक रेल मंत्रालय ने 8 से 10 फीसदी किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया है। रेलवे यात्री किराए में बढ़ोतरी की तैयारी में है। वहीं मालभाड़े में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। ट्रेन किराए में बढ़ोतरी से क्रॉस सब्सिडी को कम किया जा सकता है। मतलब माल भाड़े से हुई कमाई को यात्री किराए में हुए घाटे में लगाकर भरपाई करना। किराए बढ़ोतरी के लिए रेलवे नए फॉर्मूले पर भी विचार कर रही है। इस फॉर्मूले के तहत जिस रूट पर सबसे ज्यादा डिमांड है, वहां के किराए में ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं उन रूट्स पर जहां डिमांड कम होती है, वहां किराए में कम बढ़ोतरी होगी।
सबसे ज्यादा बढ़ेगा इन रूट्स का किराया
अगर रेलवे इसी फॉर्मूले के तहत किराए में बढ़ोतरी का फैसला करती है तो सबसे ज्यादा किराया दिल्ली-बिहार, दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-चेन्नई, मुम्बई-गोवा, मुम्बई-अहमदाबाद जैसे रूट्स में होगा। इन रूट्स पर सबसे ज्यादा टिकटों की मारामारी होती है। इन रूट्स पर यात्री किराए में 8-10 फीसदी कर बढ़ोतरी की जा सकती है। वहीं अजमेर-जयपुर, कानपुर-लखनऊ, चंडीगढ़-लुधियाना जैसे रूट्स पर डिमांड कम है, ऐसे में इन रूट्स में किराए में आंशिक बढ़ोतरी या बढ़ोतरी न करने का फैसला लिया जा सकता है।