Forbes ने जारी की टॉप 250 कंपनियों की लिस्ट, इन्फोसिस को मिला तीसरा स्थान
नई दिल्ली: फोर्ब्स द्वारा विश्व की प्रतिष्ठित कंपिनियों की लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट में 17 भारतीय कंपनियों को जगह मिली है। इसमें इन्फोसिस,टीसीएस और एचडीएफसी प्रमुख हैं। आईटी की प्रतिष्ठित कंपनियों में शुमार इन्फोसिस को इसमें तीसरा स्थान दिया गया है। वहीं ग्लोबल पेमेंट टेक्नोलॉजी कंपनी वीजा को पहला स्थान और इटली की कार निर्माता कंपमी फेरारी को दूसरा स्थान मिला है।
इन्फोसिस को मिला तीसरा स्थान
आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस साल 2018 में 31वें स्थान पर थी। उसने बड़ी छलांग लगाकर तीसरा स्थान हासिल किया है। फोर्ब्स ने कहा कि इन्फोसिस की रैंकिग ने एशिया की स्थिति को रेखाकिंत किया है। साल 2019 के लिए जारी की गई फोर्ब्स की लिस्ट में नेटफ्लिक्स को चौथा, इसके बाद पे पाल, माइक्रोसॉफ्ट, वाल्ट डिज्नी, टोयोटा मोटर , मास्टर कार्ड, कोस्टको होलसेल टॉप 10 में हैं। अन्य भारतीय कंपिनयों में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज 22 वें और टाटा मोटर्स 31 वें है। इन दोनों भारतीय कंपनियों को टॉप 50 में जगह मिली है।
भारत की 17 कंपनियां शामिल
इसके अलावा जिन भारतीय कंपनियों का नाम टॉप 250 में शामिल है। उसमें टाटा स्टील (105), लार्सन एंड टुब्रो (115), महिंद्रा एंड महिंद्रा (117), एचडीएफसी (135), बजाज फिनजर्व (143), पीरामल एंटरप्राइजेज (149), स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया (153), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (155), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (157), विप्रो (168), एचडीएफसी बैंक (204), सनफार्मा इंडस्ट्रीज (217), जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन आफ इंडिया (224), आईटीसी (231) और एशियन पेंट्स (248) हैं।
अमेरिका का दबदबा
फोर्ब्स की लिस्ट में अमेरिका का दबदबा है। 250 कंपनियों की लिस्ट में उसकी 59 कंपनियां शामिल हैं। सके बाद जापान, चीन और भारत का स्थान आता है। इस साल तीन देशों की 82 कंपनियां लिस्ट में है, जो पिछले साल 63 थी। फोर्ब्स ने कहा,कुल मिलाकर, 250 में से लगभग आधी सर्वश्रेष्ठ कंपनियां एशिया में स्थित हैं, जो इसे सबसे प्रमुख महाद्वीप बनाती हैं।
कैसे तैयार की लिस्ट
गौरतलब है कि फोर्ब्स ने स्टेटिस्टा के साथ मिलकर दुनिया की 2,000 सबसे बड़ी कंपनियों में से इन 250 सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों का चुनाव किया है। विश्वसनीयता, सामाजिक आचरण प्रोडक्ट एवं सर्विसेज के आधार पर ये लिस्ट तैयार की गयी है। स्टेटिस्टा ने 50 से अधिक कंपनियों के 15,000 लोगों से बातचीत के बाद यह सूची तैयार की है।
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