लॉकडाउन में इन दो सरकारी बैंकों ने दी बड़ी राहत, ब्याज दर में की कटौती, जानिए कितना कम होगा EMI का बोझ
नई दिल्ली। कोरोना संकट के कारण देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच दो सरकारी बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है। सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने अपनी ब्याज दरों में बदलाव किया है। बुधवार को दोनों बैंकों ने अपने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) रेट में कौटती की है। नई दरों के बाद आपकी ईएमआई में कटौती होगी। बैंकों की ओर से शेयर बाजार को इसकी जानकारी दी गई है।
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बैंकों ने ब्याज दर में की कटौती
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बुधपवार को MCLR दरों में कटौती की घोषणा की। IOB ने 10 मई 2020 से एमसीएलआर दरों में किए गए प्रभाव को लागू कर दिया है। बैंक ने MCLR आधारित इंट्रेस्ट रेट में 10 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है। आईओबी ने 10 बेसिस पॉइंट्स की कटौती के बाद 1 साल की अवधि के MCLR रेट आधारित ब्याज दर में 0.10 फीसदी की कटौती हुई है और अब ये दर घटकर 8.15 प्रतिशत हो गया है। नई दरें 10 मई 2020 से लागू होगी। बैंक ने तीन महीने के लिए ब्याज दर को घटाकर 8.05 प्रतिशत, 6 महीने के लिए मौजूदा ब्याज दर को घटाकर 8.10 प्रतिशत कर दिया है। 1 साल के ब्याज दर को 8.15 प्रतिशत तो 2 साल की अवधि के लिये इसे 8.30 प्रतिशत से घटाकर 8.20 प्रतिशत कर दिया है। आपको बता दें कि एक साल की अवधि की एमसीएलआर दर ही पर्सनल लोन, होम लोन और ऑटो लोन के लिए बेस होता है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने इतनी घटाई ब्याज दर
IOB के अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी MCLR ब्याज दरों में कटौती की है। BOM ने एक साल की अवधि के लिए MCLR रेट में 10 बेसिक प्वाइंट की कटौती की है। बैंक द्वारा की गई इस कटौती के बाद 1 साल के लिए एमसीएलआर आधारित ब्याज दर अब 0.10 प्रतिशत घटकर 7.90 प्रतिशत हो गई है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा है कि एक दिन से लेकर छह माह की अवधि के कर्ज पर एमसीएलआर दर 7.40 से लेकर 7.70 प्रतिशत तक होगी। बैंकों ने रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के तहत अपनी ब्याज दरों की समीक्षा की और इसके बाद नई ब्याज दर की घोषणा की है। बैंक ने कहा है कि नई ब्याज दर 7 मई 2020 के बाद लागू हो जाएंगी।
कम होगा EMI का बोझ
आपको बता दें कि लॉकडाउन के बीच RBI ने मार्च में नीतिगत दर रेपो में 0.75 प्रतिशत की कटौती की थी, जिसके बाद बैंकों ने अपने ब्याज दरों में बदलाव करना शुरू किया है। MCLR दर में बदलाव होने से ब्याज दर में कटौती होगी और आप पर EMI का बोझ कम होगा। आपको बता दें कि इससे पहले SBI, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे बड़े बैंकों ने भी अपनी ब्याज दरों में बदलाव किया था। बैंकों के इस फैसले से कर्जदारों पर लोन की ईएमआई का बोझ कम होगा। लॉकडाउन ये बैंकों का ये फैसला लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए लकी ड्रॉ से कम नहीं है।