बदल जाएगा 5 रुपए से लेकर 500 रुपए तक का नोट, जानिए क्यों भारतीय करेंसी पर मांगी जा रही है एक्सपर्ट्स की राय
नई दिल्ली। नोटबंदी का दिन याद है, जब रातों-रात 500 रुपए और 1000 रुपए का नोट बंद करने का फैसला कर दिया गया था। बाद में नए नोट जारी किए गए। अब एक बार फिर से नोटों में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। आपकी जेब में रखे नोट में बदलाव हो सकता है। इस बारे में संकेत मिल रहे है कि आने वाले दिनों में नोटों में बदलाव हो सकते हैं। ये शिकायतें सामने आ रही है किसिक्कों और नोट को पहचानने में नेत्रहीन व्यक्तियों को मुश्किल आ रही है, जिसके बाद अब इसकी पड़ताल विशेषज्ञों की टीम कर रही है। कोर्ट ने विशेषज्ञों की टीम को ये जिम्मेदारी सौंपी है।
क्या फिर से बदलेंगे नोट
नोट और सिक्कों में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। बॉम्बे हाईकोर्ट ने देश में रुपए और सिक्कों को दृष्टिबाधित लोगों के लिए अनुकूल है कि नहीं इस बात पर अपना सुझाव देने को कहा है। वहीं ये भी कहा है कि कैसे नोटों को उनके अनुकूल बनाया जा सकता है इसका भी सुझाव दें। कोर्ट ने कहा कि उन्होंने दृष्टिबाधित व्यक्तियों के राष्ट्रीय संघ एनएबी की याचिका पर सुनवाई कर रही है और इसके लिए उन्होंने जानकारों की टीम को सौंपा है।
क्या है याचिका में
दरअसल एनएबी ने दावा किया है कि नोटबंदी के बाद आई नई करेंसी नोट और सिक्कों को पहचानने में दृष्टिबाधित लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इन नोटों को उनके अनुकूल नहीं तैयार किया गया है, जिसके कारण असली और नकली नोटों में फर्क करने में उन्हें कठिनाई होती है। उन्होंने कोर्ट में इस संबंध में याचिका दाखिल की। जिसके बाद कोर्ट ने आरबीआई से इस बारे में सवाल पूछा है। और उनसे इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा है।
RBI ने दिया जवाब
कोर्ट के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि नई करेंसी में इस बात का ख्याल रखा गया है कि दृष्टाबाधित लोग कैसे नोट को छूकर उसकी पहचान कर सकते हैं। भारतीय रुपयों में पहचान के लिए स्पर्श से संबंधित कई विशेषताओं दी गई है। उन बातों को ध्यान में रखकर आप आसानी से नोट को छूकर इसकी पहचान कर सकते हैं। हालांकि कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील को कहा है कि वो इस बात को लेकर जानकारों से सुझाव लें कि कैसे सिक्कों और रुपए के डिजाइन को दृष्टबाधित लोगों के अनुरूप बनाया जा सकता है।