अपनी शर्तों पर ईरान से तेल खरीदेगा भारत, रुपए में होगा पेमेंट: सूत्र
नई दिल्ली। ईरान पर पेट्रोलियम से जुड़े प्रतिबंध लगने पर भारतीय रिफाइनिंग कंपनियां तेल के लिए उसे रुपए में भुगतान करेंगी। इस भुगतान के लिए यूको बैंक और आईडीबीआई बैंक का इस्तेमाल किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि भारत ने अपना आयात जारी रखने के लिए अमेरिका से छूट प्राप्त करने के मकसद से ईरान से अपनी तेल की खरीदारी कम करने की भी पेशकश की है। तेल उद्योग से जुड़े सूत्रों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गत मई में ईरान के साथ 2015 के परमाणु करार से पीछे हटने और उस पर नए आर्थिक प्रतिबंध लगाने की घोषण की।
ईरान पर अमेरिका के कुछ प्रतिबंध छह अगस्त से लागू हो गए जबकि तेहरान के तेल एवं बैंकिंग सेक्टर से जुड़े प्रतिबंध चार नवंबर से प्रभावी होंगे। इंडस्ट्री के सूत्र ने बताया, "हम किसी भी तरह की संभावना को अपना रहे हैं, हमें पेमेंट करना होगा और हम इसमें डिफॉल्ट नहीं करना चाहते।" सूत्रों के मुताबिक, भारत ने यूको बैंक और आईडीबीआई बैंक को ईरान संबंधी पेमेंट को आसान बनाने के लिए चुना है। आपको बता दें कि भारतीय रिफाइनर्स फिलहाल यूरो में ईरान से कच्चा तेल खरीदते हैं। इसका पेमेंट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और जर्मनी की एक बैंक के जरिये होता है।
एसबीआई ने रिफाइनर्स को बताया है कि बैंक नवंबर से ईरान की पेंमेंट की जिम्मेदारी छोड़ रहा है। एक अन्य सूत्र ने बताया कि जब अमेरिका ने मई में प्रतिबंधों को फिर से लागू करने की घोषणा की थी, तभी ईरान को कुछ कारगोज़ (जहाज की खेप) के लिए रुपये में पेमेंट की गई थी। जून में ऐसी रिपोर्ट्स आई थीं कि भारत ईरान के साथ रुपये में लेनदेन के लिए अपने पुराने तंत्र को दुरुस्त कर रहा है। इससे पहले जब प्रतिबंध लगाए गए थे, तब भारत ने तेल खरीदने के लिए बार्टर जैसी स्कीम अपनाई थी। उस समय मिडिल ईस्ट के देशों ने भारत से सामान आयात करने के लिए रुपये में लेन देन किया था।