भारत के GDP ने पकड़ी रफ्तार,मौजूदा वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7.5 रहने की उम्मीद
देश के आर्थिक विकास ने रफ्तार पकड़ ली है। चालू वित्तीय वर्ष में देश की आर्थिक विकार दर 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार के फैसलों का असर दिखने लगा है। देश के आर्थिक विकार दर ने रफ्तार पकड़ ली है। चालू वित्तीय वर्ष में देश की आर्थिक विकार दर 7.5 फीसदी रहने की उम्मीद है। नोटबंदी के बाद जहां देश की जीडीपी गिरकर 7.1 रह गई थी, वहीं अब इसमें थोड़ी तेजी आई है।
अमेरिकी रेटिंग एजेंसी मूडीज के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में देश के अर्थव्यवस्था की रफ्तार 7.5 फीसदी होगी, जो अगले 4 सालों में बढकर 8 फीसदी हो जाएगी। मूडीज की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की वृद्धि दर में मामूली तेजी की उम्मीद जताई गई है।
उनके अनुमान के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2017-18 में 7.5 फीसदी हो सकती है, जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में ये 7.7 फीसदी रहेगी। ये वृद्धि अगर जारी रही तो 3 से 4 सालों में भारत के अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर धीरे-धीरे बढकर 8 फीसदी हो जाएगी।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा 8 नवंबर 2016 को लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद विकास दर में काफी गिरावट दर्ज की गई। देश की आर्थिक विकास वित्त वर्ष 2016-2017 में 7.1 फीसदी रही है, जबकि 2015-16 में विकास दर 8 फीसदी थी। रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी-मार्च 2017 के दौरान विकास दर गिरकर 5.6 फीसदी हो गई । वहीं जनवरी-मार्च 2016 में विकास दर 8.7 फीसदी थी। आपको बता दें कि नवंबर में नोटबंदी के चलते वित्त वर्ष 2016-17 में विकास दर में गिरावट का अनुमान जताया था।