ये बैंक अब नहीं रहा सरकारी, लाखों ग्राहकों पर पड़ेगा असर, जानना बेहद जरूरी
नई दिल्ली। अगर आपका बैंक खाता IDBI बैंक में है तो ये खबर आपके लिए जरूरी है। आईडीबीआई बैंक के खाताधारकों को इस खबर से झटका लग सकता है। दरअसल अब उनका बैंक सरकारी नहीं रहा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पब्लिक सेक्टर के IDBI बैंक को प्राइवेट सेक्टर के बैंक की कैटेगरी में रख दिया है। मतलब ये कि अब तक सरकारी बैंक की श्रेणी में आने वाला बैंक IDBI निजी सेक्टर की श्रेणी में शामिल हो गया है। ऐसे में बैंक के लाखों खाताधारकों पर क्या असर होगा ये जानना भी जरूरी है।
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अब सरकारी बैंक नहीं रहा IDBI
RBI ने IDBI बैंक की श्रेणी में बदलाव किया है। अब ये बैंक सरकारी बैंकों की श्रेणी से हटकर निजी सेक्टर के बैंकों की श्रेणी में शामिल हो गया है। IDBI अब प्राइवेट बैंक की तरह काम करेगा। दरअसल, भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC ने आईडीबीआई बैंक में 51 फीसदी की हिस्सेदारी खरीदी है। एलआईसी से कर्ज में डूबे बैंक में निवेश कर उसकी 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। एलआईसी की यह हिस्सेदारी आईडीबीआई बैंक को कर्ज से उबारने के लिए है। इस निवेश के बाद अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आईडीबीआई को प्राइवेट बैंक की कैटेगरी में डाल दिया है।
क्या होगा खाताधारकों पर असर
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक देशभर में उनके 1892 ब्रांच हैं, वहीं 1407 सेंटर, 3705 एटीएम है और लाखों खाताधारक है। जानकारों के मुताबिक बैंक के सार्वजनिक श्रेणी से प्राइवेट सेक्टर में जाने से ग्राहकों पर कुछ खास असर नहीं पड़ने वाला है। बल्कि प्राइवेट होने के बाद आईडीबीआई बैंक के बोर्ड को कुछ अतिरिक्त अधिकार जरूर मिल जाएंगे। निजी सेक्टर में जाने के बाद बैंक का बोर्ड स्वतंत्र और प्रोफेशनल बन सकता है और नियमों के अधीन ग्राहकों को फायदा पहुंचाने वाले फैसले ले सकता है।
ग्राहकों की सुविधा के लिए लिया ये फैसला
हाल ही में आईडीबीआई बैंक ने ग्राहकों की सुविधा को ध्यान में रखकर एक फैसला लिया है। इस फैसले के तहत ग्राहकों को एक ही जगह पर बैंकिंग और बीमा सेवाएं मिल सकेंगी। आपको बता दें कि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आईडीबीआई बैंक ने 4,185 करोड़ रुपए का घाचा हुआ। बैंक की कुल आमदनी में 6,190.94 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।