राजस्व में कमी की भरपाई के लिए 2021-22 की दूसरी छमाही में 5.03 लाख करोड़ का कर्ज लेगी सरकार: वित्त मंत्रालय
महामारी के कारण राजस्व में आई कमी की भरपाई के लिए केंद्र सरकार चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 5.03 लाख करोड़ रुपए का कर्ज लेगी।
नई दिल्ली, 27 सितंबर। महामारी के कारण राजस्व में आई कमी की भरपाई के लिए केंद्र सरकार चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में 5.03 लाख करोड़ रुपए का कर्ज लेगी। सोमवार को वित्त मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पहली छमाही के दौरान सरकार ने बांड जारी कर 7.02 लाख करोड़ रुपये जुटाए हैं।
मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय बजट में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अनुमानित 12.05 लाख करोड़ रुपये के सकल बाजार उधार में से 7.24 लाख करोड़ रुपये (60 प्रतिशत) पहली छमाही में उधार लेने की योजना थी, जो कि सफल रही अब सरकार दूसरी छमाही में 5.03 लाख करोड़ रुपए उधार लेने की योजना बना रही है। मंत्रालय ने कहा कि इस पैसे से जीएसटी मुआवजे के बदले राज्यों को दी जाने वाली ऋण सुविधा की आवश्यकताओं की भी पूर्ति की जाएगी। 2021-22 के बजट के अनुसार, सरकार की सकल उधारी 12.05 लाख करोड़ रुपये अनुमानित थी, जबकि 1 अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में शुद्ध उधारी 9.37 लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी।
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सकल उधार में पिछले ऋणों का दोबारा भुगतान भी शामिल है। वहीं, अगले वित्त वर्ष में सरकार को 2.80 लाख करोण रुपए के ऋणों को चुकाना होगा। बता दें कि सरकार कि सरकार दिनांकित प्रतिभूतियों और ट्रेजरी बिलों के माध्यम से अपने वित्तीय घाटे को पूरा करने के लिए बाजार से धन जुटाती है। गौरतलब है कि बजट में अगले वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटा 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जो चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद के 9.5 प्रतिशत से कम है।