खुशखबरी: SBI ने की MCLR में कटौती, सस्ता होगा लोन
नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने एमसीएलआर को लेकर बड़ा ऐलान किया है, उसने MCLR में 5 से 10 आधार अकों की कटौती की घोषणा की है। घटी हुई दरें 10 जुलाई 2020 से लागू हो जाएंगी, एसबीआई ने कहा कि यह कदम लोगों के नकदी संकट को कम करने के मद्देनजर उठाया गया है। मालूम हो कि बैंक ने 14वीं बार एमसीएलआर में कटौती की है।
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बैंक के इस ऐलान के बाद अब तीन महीने तक की अवधि के लिए एमसीएलआर घटकर 6.65 फीसद पर आ गई है, बैंक द्वारा 10 जून से नई दरें लागू की गई, बैंक के इस ऐलान के बाद ग्राहकों का बड़ा फायदा है क्योंकि इससे होम लोन की ईएमआई में कमी आएगी। बता दें कि एसबीआई के अलावा एचडीएफसी भी लोन की ब्याज दरें घटा चुका है।
जानिए क्या होता है एमसीएलआर?
दरअसल एमसीएलआर यानी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड लेंडिंग रेट कों के लिए लोन पर ब्याज दर तय करने के फॉर्मूले का नाम है, RBI के द्वारा बैंकों के लिए तय फॉर्मूला फंड की मार्जिनल कॉस्ट पर ही आधारित होता है। अप्रैल, 2016 से ही बैंक नए फॉर्मूले के तहत मार्जिनल कॉस्ट से लेंडिंग रेट तय करते आ रहे हैं, बैंकों की ओर से हर महीने इसके बारे में जानकारी देनी होती है।
ग्राहकों को क्या है फायदा
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड लेंडिंग रेट का उद्देश्य ग्राहक को कम इंटरेस्ट रेट का फायदा देकर बैकों के लिए इंटरेस्ट रेट तय करना है, जिससे ग्राहकों को सस्ता लोन मिलता है, पहले ऐसा नहीं होता था इसलिए ग्राहकों को सस्ते लोन के लिए काफी इंतजार करना होता था।