नौकरीपेशा के लिए खुशखबरी, इनकम टैक्स स्लैब में हो सकते हैं ये बदलाव
नई दिल्ली। मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में नौकरीपेशा लोगों को बड़ा तोहफा दे सकती है। 5 जुलाई को पेश होने वाले बजट सत्र के दौरान लाखों नौकरीपेशा लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इनकम टैक्स की छूट सीमा में बढ़ोतरी की जा सकती है। छूट के दायरे को बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया जा सकता है। वित्त मंत्रालय के सूत्रों की माने तो इनकम टैक्स में छूट के दायरे को 2.5 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया जा सकता है।
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बजट में राहत की उम्मीद
भारतीय उद्योग जगत ने सरकार से व्यक्तिगत आयकर छूट की सीमा को 2.50 लाख रुपए से बढ़ाकर पांच लाख रुपए करने की मांग की है। उएसोचैम ने महंगाई का हवाला देते हुए इनकम की सीमा को 2.50 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये करने का सुझाव दिया है। सूत्रों की माने तो इनकम टैक्स रिबेट की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपए करने का ऐलान किया था।
क्या हैं उम्मीदें
सूत्रों की माने तो इनकम टैक्स छूट सीमा को सीधे 5 लाख करने की तैयारी है। इसका मतलब ये कि टैक्स स्लैब में बदलाव किया जा सकता है। लोकसभा चुनाव से पहले पेश किए गए अंतरिम बजट में 5 लाख रुपए तक को टैक्स स्लैब से बाहर रखा गया। ऐसे लोग जिनकी सालाना आय 6.5 लाख रुपए तक है और उन्होंने जीवन बीमा, पांच साल की सावधि जमा तथा अन्य कर बचत वाली योजनाओं ली हुई है उन्हें भी पूरी आय पर छूट मिल देने की बात कही गई, लेकिन टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ।
नहीं बदला टैक्स स्लैब
अंतरिम बजट में 5 लाख तक की टैक्सेबल इनकम को टैक्स फ्री किया गया, लेकिन टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया। मतलब कि 5 लाख तक की व्यक्तिगत आय पूरी तरह से कर मुक्त को गई। बजट में व्यक्तिगत कर छूट का दायरा बढ़ने से तीन करोड़ करदाताओं को 18,500 करोड़ रुपए तक का कर लाभ मिलेगा। वहीं सैलरी क्लास के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन को 40,000 से बढ़ाकर 50,000 रुपए किया गया।