रेल यात्रियों के लिए Good News:ट्रेन में खाने-पीने की चीजों को लेकर रेल मंत्री ने किया बड़ा ऐलान
रेल यात्रियों के लिए Good News:ट्रेन में खाने-पीने की चीजों को लेकर रेल मंत्री का ऐलान
नई दिल्ली। भारतीय रेल से सफर करने वाले लोगों के लिए ये खबर खास है। ट्रेन में सफर के दौरान मिलने वाली खाने-पीने वाली चीजों को लेकर रेल मंत्री ने बड़ा कदम उठाने की घोषणा की है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में इस बारे में जानकारी दी और कहा कि ट्रेन में खाने-पीने की चीजों पर होने वाली अवैध वसूली को खत्म किया जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे में मिलने वाली खाने-पीने की चीजों के रेट तय हैं। अगर कोई वेंडर तय कीमत से ज्यादा वसूलता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
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ट्रेन में मिलने वाली खाने-पीने की चीजों पर नहीं होगी अवैध वसूली
रेल
मंत्री
ने
कहा
कि
यात्रियों
की
ओर
से
ट्रेन
में
मिलने
वाली
चीजों
की
अवैध
वसूली
की
शिकायतें
मिलती
रही
है।
सुपरफास्ट
ट्रेनों
में
सफर
करने
वाले
यात्री
इसे
लेकर
शिकायत
दर्ज
कराते
हैं।
उन्होंने
लोकसभा
में
लिखित
जवाब
देते
हुए
कहा
कि
जल्द
ही
इस
पर
लगाम
लगाया
जाएगा।
रेलवे
को
1
अप्रैल
2019
से
लेकर
दिसंबर
2019
तक
खाने
पीने
की
चीजों
ओवरप्राइसिंग
की
1962
शिकायतें
मिली
हैं।
जिसमें
रेलवे
ने
989
शिकायतों
पर
एक्शन
लिया
और
वेंडर
के
खिलाफ
7539800
रुपए
का
जुर्माना
लगाया
है।
जबकि
523
मामलों
में
वेंडर
को
हिदायत
लेकर
छोड़
दिया
गया।
क्यूआर कोड से करें पेमेंट
रेल
मंत्री
ने
कहा
कि
ओवरप्राइसिंह
से
बचने
के
लिए
रेलवे
ने
पीओएस
मशीनों
की
व्यवस्था
की
है,
ताकि
यात्री
क्यूआर
कोड
के
जरिए
पेमेंट
कर
सकें।वहीं
यात्रियों
को
बिल
लेने
के
लिए
प्रोत्साहित
किया
जा
रहा
है।
बिल
की
वजह
से
अवैध
वसूली
की
संभावना
कम
होगी।
वहीं
मेन्यू
कार्ड
में
हर
खाने-पीने
की
चीजों
की
कीमत
लिखी
होती
हैं।
यात्रियों
को
इससे
अतिरिक्त
भुगतान
नहीं
करने
की
सलाह
दी
जाती
है।
वेंडर का लाइसेंस रद्द
वहीं
अवैध
वसूली
पर
लगाम
लगाने
के
लिए
आईआरसीटीसी
ने
सुपरवाइजर्स
की
नियुक्ती
की
है।
खाने-पीने की चीजों पर MRP लिखी होगी। एमआरपी से अधिक वसूली करने पर वेंडर का लाइसेंस तक कैंसिल होने का खतरा है। रेलवे नो बिल-फूड इज फ्री कैंपेन लगा रही है।
वहीं लोगों को ओवरप्राइसिंग के शिकार होने पर फौरन रेलवे के ट्विटर हैंडल, रेलवे मदद ऐप, ईमेल के जरिए शिकायत करने की सलाह दी गई है।