मोदी सरकार का बड़ा तोहफा, वैष्णो देवी के लिए चलेगी 'वंदे भारत' ट्रेन, सिर्फ 8 घंटे में पूरा होगा सफर
नई दिल्ली। माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर हैं। रेलवे ने माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए जाने वाले यात्रियों के लिए नई सुविधा शुरू की है। मोदी सरकार अब देश की सबसे आधुनिक और सेमी बुलेट ट्रेन 'वंदे भारत' को कटरा के लिए शुरू करने जा रही है। T-18 के नाम से मशहूर 'वंदे भारत' ट्रेन नई दिल्ली से कटरा के लिए चलने वाली है। इस ट्रेन ने आप नई दिल्ली से कटरा तक की दूरी महज 8 घंटे में पूरी कर सकेंगे।
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वैष्णो देवी के लिए नई ट्रेन
मोदी सरकार ने वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत की है। जिसमें आप नई दिल्ली से कटरा तक की दूरी महज 8 घंटे में पूरा कर सकेंगे। इस रूट पर ट्रेन का ट्रायल जल्द शुरू होने वाला है। रेलवे ने इसकी तैयारी शुरू कर ली है। नई दिल्ली से कटरा तक के सफर में इस ट्रेन की महज 3 स्टॉपेज है। ये ट्रेन नई दिल्ली से चलने के बाद अंबाला जंक्शन, लुधियाना, जम्मू तवी होते हुए कटरा पहुंचेगी। हर स्टेशन पर ट्रेन की स्टॉपेज महज दो मिनट की है । वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह 6 बजे नई दिल्ली से कटरा स्टेशन के लिए रवाना होगी। ट्रेन सुबह 8.10 बजे अंबाला जंक्शन पहुंचेगी,जहां सिर्फ 2 मिनट के ठहराव के बाद ट्रेन 9.22 बजे लुधियाना पहुंचेगी। यहां के बाद ट्रेन 9.24 बजे लुधियाना से चलकर 12.40 बजे जम्मू तवी और पिर दोपहर 2 बजे कटरा स्टेशन पर पहुंच जाएगी।
जल्द शुरू होगा ट्रायल
रेलवे मंत्रालय ने जल्द ही नई दिल्ली-कटरा रूट पर 'वंदे भारत' ट्रेन के ट्रायल रन को हरी झंडी दे दी है। आपको बता दें कि दिल्ली-कटरा रूट नॉर्थरन रेलवे के दायरे में आता है। रेलवे इस बात की तैयारी कर रहा है कि नई दिल्ली से लुधियाना स्टेशन के बीच नॉर्थरन रेलवे 130 किमी/घंटा की रफ्तार हासिल कर सकती है कि नहीं।
क्या है ट्रेन में खास
वंदे भारत एक्सप्रेस की भारत की पहली सेमी बुलेट ट्रेन के तौर पर जानी जाती हैष ट्रेन की रफ्तार से लेकर उसके फीचर्स की वजह से न केवल देश बल्कि दुनिया भर में इस ट्रेन ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। ट्रेन में कई नए फीचर्स शामिल किेए गए हैं। ट्रेन कोच की टेबल और सिटिंग में बदलाव किए गए हैं। वहीं पैंट्री कार में में फ्रीजर-बॉटल कूलर्स को बेहतर बनाया गया है। दे भारत को ट्रेन 18 के नाम से भी जाना जाता है। इसे चेन्नै की इंटिग्रल कोच फैक्ट्री में 100 करोड़ रु. की लागत से 18 महीने में तैयार कर लिया गया।