जुए में अरबों रुपये हार गए Gionee के सीईओ, दिवालियेपन के कगार पर पहुंची कंपनी
कभी भारतीय मार्केट में बड़ी कंपनियों में से एक बनकर उभरी जियोनी इस वक्त काफी बुरे दौर से गुजर रही है। हाल ये हैं कि कंपनी दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गई है।
नई दिल्ली। कभी भारतीय मार्केट में बड़ी कंपनियों में से एक बनकर उभरी जियोनी इस वक्त काफी बुरे दौर से गुजर रही है। हाल ये हैं कि कंपनी दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गई है। खबर के अनुसार कंपनी अपने सप्लायर्स को पैसा देने में नाकाम है और करीब 20 सप्लायर्स ने शेनजन इंटरमीडिएट पीपल्स कोर्ट में दिवालियेपन के लिए फाइल किया है। वहीं कंपनी के सीईओ Liú Lìróng के जुए में 10 अरब युआन (करीब 1 खरब रुपये) हारने की भी खबर है। इसे भी कंपनी के दिवालियेपन का एक कारण बताया जा रहा है।
कंपनी का सीईओ हार गया अरबों रुपये
चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी जियोनी दिवालियेपन की कगार पर पहुंच गई है। खबरों के मुताबिक कंपनी के चेयरमैन Liú Lìróng जुए में 10 अरब युआन (97 अरब, 61 करोड़, 50 लाख रुपये) हार गए। हालांकि सिक्योरिटीज टाइम्ल के मुताबिक Lìróng ने 1 अरब युआन (10,04,98,32,000 रुपये) हारने की बात कबूली है। Lìróng ने माना कि उन्होंने जुए में काफी पैसे हारे, लेकिन वो निजी कारणों के लिए जियोनी फंड का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे।
ईमानदारी के कारण 11 साल में अफसर के हुए 14 ट्रांसफर, आखिर अब जाकर मिली राहत
एक वक्त भारतीय मार्केट की बड़ी कंपनी थी जियोनी
उन्होंने कहा कि उन्होंने कंपनी के फंड से कुछ रकम उधार ली थी। कहा जा रहा है कि कंपनी के दिवालियेपन की ओर बढ़ने में एक बड़ा कारण ये भी है। भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में जियोनी प्रमुख कंपनियों में से एक रही है, जिसने सैमसंग और नोकिया जैसे स्थापित ब्रांड्स को एक वक्त पर चुनौती दे रहा है, लेकिन हाल ही में शाओमी, विवो, ओप्पो और हुआवेई जैसे चीनी ब्रांडों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने में असमर्थ रही।
दिवालियेपन की कगार पर पहुंची
काउंटर रिसर्च के शोध के मुताबिक 2017 की शुरुआत में जियोनी ने सेल्फी स्मार्टफोन मार्केट के करीब 4.6 फीसदी हिस्से पर कब्जा किया हुआ था। हालांकि उसके बाद से कंपनी का प्रदर्शन प्रतियोगी माइक्रोमैक्स और सोनी जैसी कंपनियों के मुकाबले घटता रहा। अब देखना होगा कि कंपनी इस मुश्किल से बाहर निकल पाती है या नहीं।
जिसकी हर बात मानते हैं तेजप्रताप, अब उसने उठाई शादी बचाने की जिम्मेदारी