कोरोना इफेक्ट: मूडीज ने घटाई भारत की रेटिंग, 2020 में GDP में आ सकती है 3.1 फीसदी की गिरावट
नई दिल्ली। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने सोमवार को भारत की रेटिंग घटा दी है। मूडीज ने अनुमान लगाया है कि 2020 में भारत की जीडीपी में 3.1 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। इसके पीछे का कारण कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन को बताया जा रहा है। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से वापसी करेगी, तब जीडीपी में 6.9 फीसदी की दर से बढ़ोतरी हो सकती है।
मूडीज ने जून के अपडेट में ग्लोबल मैक्रो आउटलुक रिपोर्ट (2020-21) में कहा है, वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार नजर आ रहा है। हालांकि इसे पूरी तरह रिकवर होने में वक्त लगेगा। लॉकडाउन का प्रभाव पहले के अनुमान से काफी अधिक रहने वाले है। एजेंसी ने चेतावनी दी कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे खराब तिमाही के रूप में रहेगी। मूडीज के अनुसार, जी-20 में इस साल चीन ऐसा अकेला देश होगा जो वृद्धि दर्ज करेगा। ऐसा अनुमान है कि चीन 2020 में एक फीसदी की दर से बढ़ोतरी करेगा। एजेंसी का कहना है कि इसके बाद यानी 2021 में चीन 7.1 फीसदी की दर से बढ़ोतरी करेगा।
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मूडीज के अनुमान के अनुसार इस साल जी-20 की अर्थव्यवस्था 4.6 फीसदी की दर से गिरेगी। इसके बाद साल 2021 में इसमें 5.2 फीसदी की दर से बढ़ोतरी भी होगी। वहीं मूडीज ने जी-20 देशों के लिए 2020 में वृद्धि के अनुमान में 5.8 फीसदी की कमी की थी। भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद को देखते हुए एजेंसी ने आंशका जाहिर की है कि इससे एशिया की भौगोलिक स्थितियों में भी बदलाव का सकता है। इससे पहले मूडीज ने भारत के सॉवरेन रेटिंग्स को भी घटा दिया था। उसने आउटलुक को भी 'स्थिर' से 'निगेटिव' कर दिया था। मूडीज ने कहा था कि भारत में कोरोन वायरस महामारी के बाद भी लंबे समय तक बहुत धीमी ग्रोथ देखने को मिल सकती है।
कोरोना
संकट
के
बीच
लगेगा
46
साल
का
सबसे
बड़ा
झटका,
पीपीएफ
की
ब्याज
दरों
में
हो
सकती
है
बड़ी
कटौती