दिसंबर वाली तिमाही में 5.4 प्रतिशत रही जीडीपी ग्रोथ, सरकार ने जारी किए आंकड़े
नई दिल्ली, 28 फरवरी: कोरोना महामारी की वजह से जब मार्च 2020 में लॉकडाउन लगा था, तो भारत की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई थी, लेकिन अब टीकाकरण और पाबंदियां हटने से इसमें सुधार हो रहा है। सोमवार को भारत सरकार ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े जारी किए, जिसके मुताबिक चालू वित्तवर्ष की दिसंबर वाली तिमाही में जीडीपी में 5.4 प्रतिशत ग्रोथ हुई। हालांकि ये सितंबर वाली तिमाही से 8.4 प्रतिशत की वृद्धि से कम है।

एनएसओ की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक वित्तवर्ष 2020-21 की इसी अवधि में सकल घरेलू उत्पाद में 0.7 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। अर्थव्यवस्था में हो रहे सुधार को देखते हुए एनएसओ ने 2021-22 में 8.9 फीसदी की वृद्धि का अनुमान लगाया है।
माना जा रहा है कि दिसंबर वाली तिमाही में तीसरी लहर की वजह से कमी देखने को मिली है। हालांकि ये लगातार पांचवीं तिमाही है, जब जीडीपी में सकारात्मक वृद्धि हुई है। 2020-21 की पहली दो तिमाहियों में, विकास दर क्रमशः -24.4 प्रतिशत और -7.4 प्रतिशत थी, क्योंकि देश में कोरोनावायरस महामारी के प्रकोप के कारण पूर्ण लॉकडाउन था और सभी आर्थिक गतिविधियां रुक गई थीं।
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वहीं केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा जनवरी के अंत में वित्त वर्ष 2021-22 के लिए वार्षिक बजट लक्ष्य का 58.9 फीसदी था, जबकि पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि के लिए राजकोषीय घाटा 66.8 फीसदी था। वित्त मंत्रालय के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में अब तक (अप्रैल से जनवरी) राजकोषीय घाटा बढ़कर 124.6 अरब डॉलर रहा, जबकि जनवरी के अंत में कुल प्राप्तियां 18.71 लाख करोड़ रुपये थीं।