फ्लिपकार्ट के मालिक बोले, 'खराब प्रदर्शन के चलते सीईओ के पद से हटाया गया'
नई दिल्ली। फ्लिपकार्ट के सहसंस्थापक सचिन बंसल ने खुलासा किया है कि खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें कंपनी के मुख्य अधिकारी के पद से हटाया गया था। ऐसा बयान तब आया है जब फ्लिपकार्ट कंपनी को कर्मचारियों को निकालने के चलते आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
कंपनी की मासिक बैठक में बीतें शुक्रवार को सचिन बसंल ने बताया कि यह बात सभी लोगों पर लागू होती है। जो लोग अच्छा प्रदर्शन नहीं करेंगे, उनको इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
आपको बताते चले कि फ्लिपकार्ट ने पिछले महीने करीब 700-1000 कर्मचारियों को खराब प्रदर्शन के चलते निकाल दिया था। इसके बाद अन्य कर्मचारियों में भी अपने भविष्य को लेकर चिंता जताई थी।
ललिता बाबर एक नाम जिसे नहीं भूल पाएगा भारत
कंपनी की शुक्रवार को हुई बैठक में सचिन बंसल ने कहा कि उन्हें भी प्रदर्शन के चलते सीईओ के पद से हटा दिया गया था। उन्हें इस साल की शुरूआत के दौरान जनवरी में सीईओ पद से हटाया गया था। उनकी जगह कंपनी के सहसंस्थापक बिन्नी बंसल को कंपनी का सीइओ बनाया गया था।
बिन्नी बसंल पहले कंपनी में सीओओ के पद कार्यरत थे और बाद में उन्हें सीईओ की जिम्मेदारी दे दी गई थी।
बिन्नी बसंल और सचिन बसंल दोनों पहले अमेजन में काम करते थे। दोनों ने मिलकर साल 2007 में इसकी स्थापना की थी।
बोर्ड की होने वाली बैठक में जब सचिन ने इस बात का खुलासा किया तो बोर्ड के मेंबर को पहले उनकी बात समझ में नहीं आई। पर बाद में बोर्ड के सभी सदस्यों ने उनका स्वागत किया।
पढ़ें : नए RBI गवर्नर उर्जित पटेल के बारे में 5 दिलचस्प बातें
बैठक में मौजूद लोगों ने बताया कि सचिन ने कहा था कि अगर आप कंपनी के मैनेजमेंट प्रोफाइल को देखेंगे तो समझ में आएगा कि यहां बहुत कुछ बदल गया है। उन्होंने स्वीकार करते हुए कहा कि सच कहूं तो मुझे भी हटाया गया। हमारे कुछ टारगेट हासिल नहीं हुए और टॉप मैनेजमेंट सहित सबको इसकी कीमत चुकानी पड़ी।
सचिन बंसल के बयान पर फ्लिपकार्ट के आधिकारिक बयान में कहा गया कि कंपनी में खुला और पारदर्शी माहौल है। इसमें कंपनी से जुड़े सभी फैसलों पर चर्चा की जाती है और सवाल पूछे जाते हैं।
भारत की सबसे बड़ी ईकॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की मार्केट वैल्यू डाउन हुई है। दुनिया की सबसे बड़ी ई कॉमर्स कंपनी अमेजन से इसको कड़ी टक्कर मिल रही है। इस दौरान कंपनी के बड़े पदों पर काम करने वाले अधिकारियों ने कंपनी को छोड़ा है और दूसरी तरफ कर्मचारियों को निकाला भी गया है।
वहीं सचिन बसंल के इस कदम को जानकार सोचा-समझा कदम बता रहे हैं। बाजार के जानकारों के मुताबिक त्यौहारी सीजन से पहले अपने कर्मचारियों का विश्वास जीतने की कोशिश बसंल कर रहे हैं। साथ ही कर्मचारियों का आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश भी की जा रही है।
75000 सैनिकों के साथ दक्षिण कोरिया-अमेरिका ने शुरू किया युद्ध अभ्यास
कंपनी के अधिकारियों की यह बैठक एक साल पहले लिए गए सेसना बिजनेस पार्क में हुई थी। इस बैठक में एचआर हेड नितिन सेठ और बिन्नी बसंल भी मौजूद थे। सेसना पार्क में फ्लिपकार्ट ने 2 लाख वर्ग फुट में अपना आॅफिस खोला है। इस बैठक में कंपनी के करीब 200 कर्मचारियों ने हिस्सा लिया था।
यह मीटिंग ठीक उस समय हुई थी जब कुछ दिनों पूर्व ही कंपनी ने अपने 700-1000 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है।