साल 2019 में रेलवे ने रचा इतिहास, देश को दिया सबसे तेज रफ्तार ट्रेन का तोहफा, एक नजर भारतीय रेलवे के सफर पर
नई दिल्ली। साल 2019 में भारतीय रेलवे के लिए बेहद यादगार रहा। रेलवे ने इतिहास रचते हुए सबसे तेज रफ्तार की ट्रेन की शुरुआत की। साल 2019 में रेलवे ने भारत की सबसे तेज रफ्तार ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस या Train-18 को सफलतापूर्वक शुरू की। वंदे मातरम ट्रेन की खासियत उसकी रफ्तार और ट्रेन में मिलने वाली सुविधाएं हैं।
तेजस की शुरुआत
इसके
अलावा
रेलवे
ने
तेजस
एक्सप्रेस
और
हिमदर्शन
जैसी
गाड़ियां
शुरू
की।
रिपोर्ट
के
मुताबिक
भारतीय
रेलवे
20
नई
हमसफर
एक्सप्रेस
शुरू
करने
की
तैयार
कर
रही
है।
वहीं
10
नई
अंत्योदय
एक्सप्रेस
को
भी
चलाया
जाएगा।
रेलवे
ने
1
साल
के
भीतर
हमसफर
एक्सप्रेस
के
200
कोच
और
अंत्योदय
एक्सप्रेस
के
100
कोच
बनाने
का
लक्ष्य
रखा
है।
IRCTC के हाथों में कमान
रेलवे के लिए साल 2019 उपलब्धियों भरा रहा। रेलवे ने कई नई सेवाएं शुरू की। एक तरफ जहां रेलवे का नेटवर्क तेजी से बढ़ा। वहीं दूसरी ओर देश की कॉरपोरेट सेक्टर की पहली ट्रेन तेजस एक्सप्रेस लखनऊ से नई दिल्ली के बीच दौड़ी। नई ट्रेन तेजस लखनऊ और दिल्ली के बीच चल रही है। यह पहली ऐसी ट्रेन है जिसे मैनेज भारतीय रेलवे के बजाए आईआरसीटीसी कर रहा है। 5 अक्टूबर 2019 को देश की कारपोरेट सेक्टर की पहली ट्रेन आइआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस की शुरुआत लखनऊ जंक्शन से हुई। इस ट्रेन में फ्लाइट की तर्ज पर ट्रेन में भी होस्टेस की सुविधा है। पूरी तरह सेंसर युक्त इस ट्रेन में पहली बार लेट होने पर मुआवजा देने का भी प्रावधान किया गया है।
वंदे मातरम की शुरुआत
वहीं
साल
की
शुरुआत
में
सेमी
हाई
स्पीड
ट्रेन
'वंदे
भारत'
पटरियों
पर
दौड़ने
लगी।
नई
दिल्ली
से
कटरा
के
बीच
चल
रही
न्यू
जेनेरेशन
ट्रेन
में
तमाम
सुविधाएं
हैं।
भारत
में
सबसे
तेज
रफ्तार
से
चलने
वाली
सेमी
हाईस्पीड
ट्रेन
वंदे
भारत
की
शुरुआत
के
बाद
15
फरवरी
को
पहली
सेमी
हाई
स्पीड
ट्रेन
वंदे
भारत
एक्सप्रेस
को
हरी
झंडी
दिखाई
गई
।
इस
ट्रेन
ने
दिल्ली
से
वाराणसी
का
सफर
9
घंटे
45
मिनट
में
तय
किया।
इस
ट्रेन
की
अधिकतम
रफ्तार
160
किलोमीटर
प्रति
घंटा
है।
इस
ट्रेन
में
शताब्दी
ट्रेनों
से
बेहतर
सुविधाएं
हैं।
दि
ल्ली
-वाराणसी
के
बाद
दिल्ली
से
जम्मू
के
लिए
वंदेभारत
ट्रेन
की
शुरुआत
की
जा
चुकी
है।
नई
ट्रेनों
के
साथ-साथ
रेल
दुर्घटनाओं
में
भी
साल
2019
में
रेलवे
ने
इतिहास
रच
दिया।
साल
2019
में
रेलवे
में
किसी
भी
यात्री
की
जान
नहीं
गई।