शेयर बाजार और रुपए पर देखने को मिलेगा उर्जित पटेल के इस्तीफे का असर
नई दिल्ली। रिजर्व बैंक गवर्नर उर्जित पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। रिजर्व बैंक और सरकार के बीच पिछले कुछ समय से तनानती चल रही थी। अचानक उर्जित ने इस्तीफा देकर शेयर बाजार को भी चौंका दिया है। सोमवार को सेंसेक्स 700 प्वाइंट से ज्यादा गिरा है और मंगलवार को शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के आसार हैं। इसकेअलावा पहले से दबाव झेल रहा रुपया एक बार फिर इसका शिकार हो सकता है। उर्जित पटेल के इस फैसले से शेयर बाजार के साथ करेंसी बाजार पर भी घबराहट दिखनी तय है।
अहम राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के कमजोर प्रदर्शन के अनुमान, खराब ग्लोबल संकेतों और रुपए में कमजोरी के चलते सोमवार को शेयर बाजार में चौतरफा बिकवाली हावी रही। इसके चलते सेंसेक्स 713.53 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 34959.72 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 205.25 अंक कमजोर होकर 10488.25 पर आ गया। अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में कारोबार के दौरान रुपया टूटकर 71.44 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर आ गया। इससे भी कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
लंदन में पाइनब्रिज इंवेस्टमेंट के फंड मैनेजर एंडर्स फेर्गमैन ने कहा कि, हमारी तत्काल चिंता यह है कि यदि इस्तीफा केंद्रीय बैंक की आजादी के साथ सरकार द्वारा हस्तक्षेप करने से हुआ, तो निश्चित रूप से आरबीआई की विश्वसनीयता के लिए यह बहुत ही हानिकारक होगा। बाजार का उथल-पुथल को रोकने के लिए नीति निर्माताओं को तत्काल ही जरूरी कदम उठाने होंगे।
रिजर्व बैंक बोर्ड की बैठक 14 दिसंबर को होनी है जिसमें सरकार के साथ गरमा गरमी के आसार थे। सरकार उन पर ज्यादा डिविडेंड देने और दूसरे फैसलों के लिए दबाव बना रही थी लेकिन अब उर्जित पटेल ने इस्तीफा देकर मोदी सरकार पर दबाव बनाकर चले गए।
मोदी सरकार बनाम आरबीआई: ये चार कारण जिसकी वजह से उर्जित पटेल ने दिया इस्तीफा