डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में 24% का इजाफा, 8 अक्टूबर तक 9 ट्रिलियन रुपए जमा
Direct Tax: देश के टैक्स कलेक्शन में जबरदस्त इजाफा हुआ है। आयकर विभाग की ओर से जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आयक का कुल कलेक्शन इस वित्त वर्ष में 24 फीसदी बढ़ा है। मौजूदा वित्त वर्ष में कर संकलन 24 फीसदी बढ़कर 8.98 ट्रिलियन रुपए तक पहुंच गया है। इसमे व्यक्तिगत आयकर में 32 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि कॉर्पोरेट टैक्स कलेक्शन में 16.73 पीसदी का इजाफा हुआ है। कुल डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन की बात करें तो 1 अप्रैल से 8 अक्टूबर के बीच कुल 7.45 ट्रिलियन रुपए इकट्ठा किए गए हैं, जोकि बजट आंकलन का 52.46 फीसदी है। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में इस वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से 8 अक्टूबर के बीच कर संकलन में 24 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।
आयकर विभाग के अनुमान के अनुसार इस वित्त वर्ष डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 14.20 ट्रिलियन रुपए रहेगा, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 14.10 ट्रिलियन रुपए था। कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आयकर से जमा कर डायरेक्ट टैक्स के तौर पर जाना जाता है। आयकर विभाग ने अपने बयान में कहा 8 अक्टूबर 2022 तक डायरेक्ट टैक 8.98 ट्रिलियन रुपए रहा है, जोकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23.8 फीसदी अधिक है। वहीं रिफंड अमाउंट की बात करें तो यह 1.53 ट्रिलियन रुपए रहा है। जोकि 81 फीसदी अधिक है।
रिफंड अमाउंट को हटाने के बाद कुल डायरेक्ट टैक्स की बात करें तो यह फिलहाल 7.45 ट्रिलियन रुपए है यानि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 16.3 फीसदी अधिक। बता दें कि देश में टैक्स कलेक्शन में बढ़ोत्तरी इस बात का इशारा है कि देश में आर्थिक गतिविधि तेज हुई है। भारत की बात करें तो औद्योगिक उत्पादन में कमी और निर्यात में गिरावट के बाद भी टैक्स कलेक्शन बढ़ा है। कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि आर्थिक विकास की रफ्तार अब रुक गई है, लेकिन कॉर्पोरेट इंजन को चला रहे हैं और मुनाफा बना रहे हैं।
उत्पादों का निर्यात इस साल काफी कम हुआ है, इसमे सितंबर माह में 3.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। पिछले महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भारत की जीडीपी के अनुमान में गिरावट करते हुए इसे 7.2 से 7 फीसदी कर दिया था। इसके अलावा कई रेटिंग एजेंसियों ने भारत की विकास दर की रफ्तार के अनुमान में कटौती की थी।