लॉकडाउन तोड़कर फंसे वधावन ब्रदर्स, DHFL,यस बैंक घोटाला, PMC घोटाले से जुड़े हैं तार
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाया गया है। लोगों को इसका सख्ती से पालन करने की अपील खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कई बार कर चुके हैं, लेकिन जाने माने उद्योगपति कपिल वधावन और उनके परिवार ने लॉकडाउन के बीच नियमों को ताखकर रखकर महाबलेश्वरह की यात्रा की। वधावन ब्रदर्स और उनके पूरे परिवार पर लॉकडाउन के उल्लघंन के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
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वहीं वधावन फैमिली को क्वारंटाइन में भेज दिया गया है। हालांकि ये कोई पहला माला नहीं है जब वधावन ब्रदर्स किसी विवाद में फंसे हो। उनका नाम देश के बड़े-बड़े घोटालों से जुड़ा है। डीएचएफएल मामला, यस बैंक घोटाला, पीएमसी बैंक घोटाला, यूपी पीएफ स्कैम जैसे मामलों में इनके नाम जुड़े हैं।
कौन हैं वधावन ब्रदर्स
लॉकडाउन तोड़कर महाबलेश्वर जाने के बाद एक बार फिर से चर्चा में आने वाले कपिल और धीरज वधावन और उनके परिवार के 23 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हाउंसिंग खाफनेंस की कंपनी DHFL के चेयरमैन कपिल वधावन और कंपनी के गैर-कार्यकारी निदेशक धीरज वधावन के खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज है। दोनों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच ईडी कर रही है। YES बैंक घोटाला मामले में भी वधावन ब्रदर्स का नाम शामिल हो गया है। दोनों को पहले भी कई बार समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया जा चुके है। वहीं कपिल वधावन को गिरफ्तार भी किया जा चुका है , फिलहाल वो जमानत पर रिहा है।
डूबने के कगार पर है कंपनी
आपको बता दें कि वधावन बंधु की कंपनी DHFL खुद डूबने की कगार पर है। 40000 करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ चले दबी कंपनी को बेचने की तैयारी की जा रही है। कंपनी दिवालिया होने के कगार पर है। कंपनी की नीलामी की प्रक्रिया जारी है। ईडी कंपनी की वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। वधावन बंधुओं का नाम पीएमसी बैंक घोटालों में शामिल है। पीएमसी घोटाले की जांच में यह बात सामने आई कि पीएमसी बैंक के अधिकारियों ने HDIL कंपनी के कुछ बोर्ड अधिकारियों के व्यक्तिगत खातों में सीधे 2000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए थे।
यस बैंक घोटाले से जुड़ा नाम
सिर्फ पीएमसी बैंक नहीं बल्कि यस बैंक घोटाले से भी वधावन बंधुओं का नाम जुड़ा। ईडी ने इस मामले की जांच के दौरान धीरज वधावन और कपिल वधावन को समन किया, लेकिन दोनों ईडी के सामने पेश नहीं हुए। ईडी का आरोप है कि DHFL ने कर्ज के लिए यस बैंक के पूर्व निदेशक राणा कपूर के परिवार की कंपनियों को 600 करोड़ रुपए के घूस दिए।
UP पीएफ घोटाले से भी जुड़ा नाम
वधावन ब्रदर्स का नाम बैंक घोटाले के साथ-साथ यूपी पीएफ घोटाले से जुड़ा। यूपी पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के कर्मचारियों के 2268 करोड़ का पीएफ DHFL कंपनी में फंस गया। उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के 45,000 कर्मचारियों का भविष्य निधि का पैसा इस कंपनी के पास फंस गया। डांच के दौरान पता चला कि कर्मचारियों के पीएफ का 65 फीसदी हिस्सा सिर्फ तीन कंपनियों में लगाया गयाऔर इस पैसे का भी 99 फीसदी हिस्सा सिर्फ डीएचएफएल में निवेश किया गया। डूबती कंपनी ने लोगों के पीएफ का पैसा निवेश से उनका पीएफ पैसा फंसने का डर है, जिसे लेकर खूब विरोध प्रदर्शन हुए। वहीं धीरज वधावन का नाम इकबाल मिर्ची के साथ भी जुड़ा। धीरज वाधवान ने इकबाल मिर्ची की जमीन बिकवाने में मदद की थी।