JIO फोन में व्हाट्सऐप चलाने के लिए लोगों ने इस वेबसाइट पर बोला धावा, चौंका देगी ये स्टोरी
JIO फोन में व्हाट्सऐप चलाने की जिद में यूजर्स ने एक वेबसाइट को लगभग क्रैश ही कर दिया था। JIO फोन में व्हाट्सऐप चलाने के लिए भारत से हजारों यूजर्स एक विदेशी वेबसाइट पर टूट पड़े जिससे वेबसाइट का मालिक सहम गया।
नई दिल्ली। JIO फोन में व्हाट्सऐप चलाने की जिद में यूजर्स ने एक वेबसाइट को लगभग क्रैश ही कर दिया था। JIO फोन देश का सबसे सस्ता 4G फोन है लेकिन इसमें व्हाट्सऐप की सुविधा नहीं है। इसमें व्हाट्सऐप चलाने के लिए भारत से हजारों यूजर्स एक विदेशी वेबसाइट पर टूट पड़े जिससे वेबसाइट का मालिक सहम गया। इसके बाद का घटनाक्रम काफी चौंकाने वाला है।
सोशल मीडिया पर वायरल ये वीडियो
यूट्यूब पर JIO फोन पर व्हाट्सऐप को कैसे चलाया जा सकता है, इसका एक वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में एक वेबसाइट Browserling का जिक्र था जोकि एक अमेरिकी वेबसाइट है। ये एक लाइव इंटरैक्टिल क्रॉस-ब्राउजर टेस्टिंग प्लैटफॉर्म है। इस वीडियो में था कि Browserling के जरिये JIO यूजर्स फोन में व्हाट्सऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस फिर क्या था, सभी यूजर्स ने Browserling पर धावा बोल दिया। इस बारे में के Browserling फाउंडर ने ब्लॉग लिख पूरी बात बताई हैं।
आने लगे हजारों की तादाद में मैसेज
Browserling के फाउंडर पीटर क्रुमिन्स को एक बार को लगा कि ये DoSS वायरस का अटैक है। अचानक से उनकी वेबसाइट पर भारत से ट्रैफिक आ रहा था। उन्होंने कई लोगों को ब्लॉक भी किया लेकिन फिर लोगों ने उनके फेसबुक अकाउंट पर मैसेज भेजना शुरू कर दिया। लोग फेसबुक पर उन्हें मैसेज कर पूछ रहे थे कि वो क्यों उन्हें व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करने नहीं दे रहे हैं। उन्हें समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा है। हजारों मैसेज को देखकर उन्होंने एक बार को अपना अकाउंट डिलीट करने को सोचा लेकिन तभी उन्हें एक मैसेज में वीडियो का लिंक दिखा। ये लिंक उसी वीडियो का था जिसमें Browserling के जरिये व्हाट्सऐप इस्तेमाल की बात कही गई थी।
पैसे देकर कोई नहीं लेना चाहता था सर्विस
पीटर को अब सारी बात समझ आई। उन्होंने कई दिन अपनी वेबसाइट पर ट्रैफिक आने दिया लेकिन फिर उन्हें ये एहसास हुआ कि ये एक मजाक नहीं, बल्कि एक मौका है। उन्होंने अपनी वेबसाइट का इस्तेमाल करने के लिए पहले एक दिन के लिए एक डॉलर की कीमत रखी लेकिन किसी ने सब्सक्राइब नहीं किया। उन्होंने फिर कीमत कम की लेकिन फिर किसी ने सब्सक्रिप्शन नहीं लिया। एक बार फिर उन्होंने कीमत को 0.10 सेंट पर सेशन किया लेकिन कोई सब्सक्रिप्शन खरीदने को तैयार ही नहीं था। पीटर ने लिखा कि वो पूरे भारत को फ्री में सर्विस नहीं दे सकते थे। इसलिए उन्होंने ट्रैफिक को कोई और फायदा उठाने का सोचा।
पीटर ने जैसा कहा, लोगों ने किया बिल्कुल वैसा
पीटर ने लोगों से कहा कि वो Browserling को सोशल मीडिया पर फॉलो करें और उसके बारे में ट्वीट करें। लोगों ने ऐसा करना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने लोगों से कहा कि Browserling को ताइवान की बेस्ट साइट बताएं। लोगों ने फिर वैसा किया। पीटर ने लिखा कि ये देखकर उनका हंस-हंसकर बुरा हाल हो गया था। सभी ट्वीट कर ही रहे थे कि ट्विटर ने इन ट्वीट्स को स्पैम मार्क कर ब्लॉक करना शुरू कर दिया। इसके बाद कोई @browersling को मेंशन कर ट्वीट नहीं कर पा रहा था। पीटर ने बाद में भारत में अपने दोस्तों को मैसेज किया और तब जाना कि भारतीय नागरिक यूएस डॉलर में बैंक पेमेंट नहीं कर सकते।
तो ऐसे व्हाट्सऐप चलाने लगे JIO यूजर्स
उन्होंने अपने दोस्तों के साथ पेमेंट का एक जरिया निकाला। इसके बाद पीटर ने Browserling के जरिये व्हाट्सऐप चलाने के लिए दो हफ्ते तक काम किया। अब यूजर्स इस वेबसाइट के जरिये व्हाट्सऐप चला सकते थे। इसके लिए यूजर्स को बस रजिस्ट्रेशन कराना होता था। थोड़े ही देर में हजारों लोगों ने इसपर साइन-अप करना शुरू कर दिया। भारत में JIO यूजर्स व्हाट्सऐप का इस्तेमाल सही से कर सकें इसके लिए पीचर ने रोजाना 20 घंटे काम किया। उन्होंने इसका नया वर्जन लॉन्च किया जिससे हजारों यूजर्स का ट्रैफिक वेबसाइट झेल सके।
अब अफ्रीकी देशों के लिए बनाएंगे व्हाट्सऐप का वर्जन
यूजर्स अब व्हाट्सऐप का इस्तेमाल तो कर रहे थे लेकिन पीटर को नए फॉलोअर्स या शेयर्स नहीं मिल रहे थे। हर कोई बस मुफ्त की सर्विस का मजा ले रहा था। इसलिए पीटर ने नई तरकीब खोजी। उन्होंने एक लॉटरी सिस्टम निकाला जिसमें यूजर को जीतने के लिए Browserling के बारे में ट्वीट करना और उसे फॉलो करना होगा। लॉटरी जीतने वाला ही व्हाट्सऐप को फ्री में इस्तेमाल कर सकता है। व्हाट्सऐप के फ्री इस्तेमाल के लिए लोगों ने ऐसा भी किया। अब उन्होंने यूजर्स के लिए एक दिन, एक हफ्ते और एक महीने का प्लान जारी किया है। भारतीय यूजर्स के बाद अब वो अफ्रीकी देशों के लिए भी व्हाट्सऐप वर्जन बना रहे हैं।