जीएसटी पर चल रही है बहस, विक्स टैबलेट 'दवाई' या फिर 'मिठाई'
बहस इस बात पर हो रही है कि आखिर पैराशूट बालों में लगाने वाला तेल है या फिर खाने वाला? किटकैट चॉकलेट है या फिर बिस्किट? विक्स टैबलेट दवाई है या फिर मिठाई?
नई दिल्ली। जीएसटी को 1 जुलाई से लागू किए जाने के रास्ते साफ हो गए हैं, लेकिन अभी भी कुछ मुद्दे हैं जिन्हें लेकर बहस लगातार जारी है। इन्हीं मुद्दों में हैं पैराशूट तेल, किटकैट और विक्स टैबलेट। दरअसल, जीएसटी के तहत अलग-अलग कैटेगरी में अलग-अलग टैक्स लगता है। यही कारण है कि इन प्रोडक्ट्स की कैटेगरी के निर्धारण को लेकर अभी बहस जारी है।
बहस इस बात पर हो रही है कि आखिर पैराशूट बालों में लगाने वाला तेल है या फिर खाने वाला? किटकैट चॉकलेट है या फिर बिस्किट? इतना ही नहीं, बहस इस बात पर भी हो रही है कि विक्स टैबलेट दवाई है या फिर मिठाई? भले ही आपको यह बहस मामूली लग रही हो, लेकिन यह करोड़ों का मामला है, इसलिए इस पर भारी बहस चल रही है। ये भी पढ़ें- सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली कंपनियां रहीं बीएसएनएल और एयर इंडिया
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक जीएसटी के आने के बाद सरकारी राजस्व में बढ़ोत्तरी होना तय माना जा रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले भी कुछ टैक्स अधिकारी रिटेल सेगमेंट समेत कई उत्पादों के श्रेणीकरण को चुनौती दे चुके हैं, जो कोर्ट में या फिर अपीलीय प्राधिकार के स्तर पर खारिज हो गई हैं। इन सभी मुद्दों पर भी जीएसटी के तहत बहस जारी है। आपको बता दें कि कर की दरें 5 फीसदी, 12 फीसदी, 15 फीसदी और 28 फीसदी रखी गई हैं, लेकिन अभी भी श्रेणीकरण को लेकर बहस चल रही है। ये भी पढ़ें- BSNL अपने सभी ग्राहकों को मुफ्त में दे रहा है 1 जीबी डेटा