टाटा ग्रुप की ओर लगे आरोपों पर सायरस मिस्त्री का पलटवार
पद से हटाए जाने के बाद ग्रुप की ओर से लगे आरोपों के जवाब में उन्होंने कहा, 'मेरे कार्यकाल के दौरान लिए गए सभी फैसले ग्रुप की सहमति और नियमों के तहत थे।'
नई दिल्ली। टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से हटाए गए सायरस मिस्त्री ने कंपनी की ओर से लगाए गए आरोपों को गलत और आधारहीन बताया है। उन्होंने कहा कि डोकोमो मामले में टाटा संस की संस्कृति और मूल्यों के मुताबिक फैसले न लेने का आरोप सरासर गलत है।
पद से हटाए जाने के बाद ग्रुप की ओर से लगे आरोपों के जवाब में उन्होंने कहा, 'मेरे कार्यकाल के दौरान लिए गए सभी फैसले ग्रुप की सहमति और नियमों के तहत थे। डोकोमो डील पर सभी फैसले टाटा संस के निदेशक मंडल की मंजूरी से ही लिए गए थे।'
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Insinuations that Docomo issue was handled in a manner inconsistent with Tata culture and values are baseless: Cyrus Mistry
— ANI (@ANI_news) November 1, 2016
अपने जवाब में सायरस मिस्त्री ने कहा, 'डोकोमो के मामले में केस जिस तरह लड़ा गया है उसमें निदेशक मंडल की अनुमति न होने की बात कहना सरासर गलत है। '
Suggestion that Ratan Tata & trustees would not have approved of manner in which litigation was conducted contrary to what transpired:Mistry
— ANI (@ANI_news) November 1, 2016
Stance by Tata Sons board view was always consistent with series of board meetings in which the Docomo issue was discussed: Mistry's office
— ANI (@ANI_news) November 1, 2016
All decisions were collective decisions and the actions were consistent with every such collective decision: Cyrus Mistry's office
— ANI (@ANI_news) November 1, 2016