टाटा संस ने साइरस मिस्त्री पर लगाए गंभीर आरोप, कहा कंपनी का भरोसा तोड़ा
टाटा समूह के मुताबिक, पी साइरस मिस्त्री ने टाटा के भरोसे का दुरुपयोग किया और इसका नाजायज फायदा उठाया। वह टाटा ग्रुप की सभी बड़ी फर्मों को अपने कंट्रोल में लेना चाहते थे।
नई दिल्ली। पी साइरस मिस्त्री को टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के चेयरमैन पद से हटाने के कुछ ही घंटों बाद टाटा संस ने उनपर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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टाटा समूह के मुताबिक, पी साइरस मिस्त्री ने टाटा के भरोसे का दुरुपयोग किया और इसका नाजायज फायदा उठाया। वह टाटा ग्रुप की सभी बड़ी फर्मों को अपने कंट्रोल में लेना चाहते थे।
इस बारे में टाटा ग्रुप ने प्रेस रिलीज जारी की और कहा कि मिस्त्री ने पूरी प्लैनिंग के साथ बोर्ड के अन्य मेंबर्स को बाहर किया।
विज्ञप्ति के अनुसार, बीते चार वर्षों में टाटा समूह का एकमात्र प्रतिनिधि बनने के लिए मिस्त्री ने पूरी ताकत झोंक दी। उन्होंने इसके लिए रणनीति बनाई और उसी को अमल में लाया।
टाटा संस ने कहा,'मिस्त्री के नेतृत्व में, टाटा समूह के 100 साल पुराने ढांचे को नुकसान पहुंचा है। इसकी फर्में, प्रमोटर्स अैर शेयरहोल्डर्स से दूर भाग रही हैं। इशहात हुसैन को टीसीएस का अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया गया है।'
टाटा समूह ने एक असाधारण आम बैठक कर पी सायरस मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाया था। इस परिवर्तन के बारे में टीसीएस ने स्टॉक एक्सचेंज और अपने शेयरहोल्डर्स को भी पूरी जानकारी दे दी है।