विप्रो-इंफोसिस में बढ़ती फौज करोड़पतियों की
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला) देश की प्रमुख आईटी कंपनी विप्रो में करोड़पति पेशेवरों की तादाद बढ़ती जा रही है। यही हाल इंफोसिस में भी है। यानी दोनों में बढ़ते जा रहे हैं करोड़पति पेशेवर।
यानी उन पेशेवरों की संख्या जिनका सालाना वेतन एक करोड़ रुपये या उससे अधिक है। विप्रो की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, विप्रो में साल 2013-14 वित्त वर्ष के दौरान 38 करोड़पति पेशेवर थे। इनकी सैलरी एक करोड़ या उससे ज्यादा थी। पर 2014-15 के वित्त साल के दौरान विप्रो में एक करोड़ या उससे ज्यादा सैलरी लेने वालों की तादाद 70 हो गई। जाहिर है, ये इजाफा खासा है।
सबसे बड़ा करोड़पति
विप्रो में सबसे ज्यादा सैलरी 9.1 करोड़ रुपये सीईओ टी.के. कुरियन की है। सौरभ गोयल, जो विप्रो के एचआर हेड हैं, उन्हें 2.9 करोड़ रुपये सैलरी मिल रही है। तीसरे स्थान पर जतिन दलाल हैं। वे चीफ फाइनेशियल आफिसर हैं। विप्रो के प्रमोटर अजीम प्रेमजी के पुत्र और विप्रो बोर्ड के मेंबर रिशद प्रेमजी को सालाना 1.7 करोड़ रुपये सैलरी मिल रही है।
इंफोसिस के करोड़पति
अगर बात इंफोसिस की करें तो वहां पर साल 2013-14 में एक करोड़ रुपये से ज्यादा सैलरी लेने वाले सिर्फ 18 पेशेवर थे। पर 2014-15 में एक करोड़ से ज्यादा सैलरी लेने 113 पेशेवर हो गए। यानी करोड़पति पेशेवरों की तादाद में तगड़ा उछाला आया।
बोर्ड की बैठकें
इस बीच, रिशद प्रेमजी ने विप्रो बोर्ड की बैठकों में भाग लेना चालू कर दिया है। विप्रो को देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी का दर्जा प्राप्त है। पहले राशिद विप्रो के चीफ स्ट्रेटजी आफिसर थे। जानकार मान रहे हैं कि प्रेमजी केरिटायर होने के बाद विप्रो को नेतृत्व रिशद ही देंगे। राशिद ने साल 2007 में विप्रो को ज्वाइन किया था बिजनेस मैनेजर के रूप में।