वित्त वर्ष 2021 में 9.5% तक गिर सकती है देश की रियल GDP ग्रोथ: RBI गवर्नर
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को ऐलान किया कि रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा। इस दौरान उन्होंने देश की जीडीपी ग्रोथ को लेकर भी बड़ी जानकारी दी है। शक्तिकांत दास ने कहा, कोरोना वायरस के चलते इस वर्ष अप्रैल-जून की गिरावट के बाद सुधार जारी है। कोरोना को रोकने से ज्यादा फोकस अब रिवाइवल पर है। हालांकि उन्होंने वित्त वर्ष 2021 के लिए रियल GDP ग्रोथ निगेटिव रहने की आशंका जताई है। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक इस वित्त वर्ष 2020-21 में GDP ग्रोथ -9.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
Recommended Video
बता दें कि आज (9 अक्टूबर) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आरबीआई की मौद्रिक नीति का ऐलान किया। इस बैठक में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद की सदस्य आशिमा गोयल ने भी हिस्सा लिया था। बैठक में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 'अर्थव्यवस्था में तेजी की उम्मीद बनी हुई है। हम बेहतर भविष्य के बारे में सोच रहे हैं। वर्तमान में दुनियाभर से आर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत मिल रहे हैं। वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था भी निर्णायक स्तरों पर है।'
गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि लॉकडाउन के अप्रैल-जून के बीच गिरावट के बाद अब अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है। देश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा मजबूत है। इसके अलावा वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही जनवरी-मार्च पॉजिटिव GDP ग्रोथ संभव है। हालांकि उन्होंने वित्त वर्ष 2021 के लिए GDP ग्रोथ -9.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है। बता दें कि इससे पहले स्टेट बैंक इंडिया (SBI) ने अपनी एक रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2021 में रियल GDP ग्रोथ में 10.9 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था। एसबीआई के मुताबिक वित्त वर्ष 2021 की चारों तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ नकारात्मक रहेगी, जिसके चलते पूरे साल की रियल जीडीपी ग्रोथ निगेटिव रह सकती है।
यह भी पढ़ें: जीडीपी में चार दशक की सबसे बड़ी गिरावट के बीच कृषि से मिली राहत, पॉजिटिव ग्रोथ वाला इकलौता सेक्टर