कोरोना संकट: 9000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी रोल्स-रॉयस
नई दिल्ली। रोल्स-रॉयस ने अपने 9000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। ये कंपनी के कुल कर्मचारियों का करीब छठां हिस्सा है। कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में आई गिरावट का हवाला देते हुए कंपनी ये कटौती कर रही है। कंपनी में कुल 52,000 कर्मचारी फिलहाल काम करते हैं। अभी यह साफ नहीं किया गया है कि यह कटौती कहां की जाएगी।
ब्रिटेन की कंपनी रोल्स-रॉयस की ओर से कहा गया है कि हवाई यात्रा में भारी गिरावट आने के चलते नौकरियों की कटौती की है। बोइंग 787 और एयरबस 350 जैसे विमानों के लिए इंजन बनाने वाली कंपनी ने बुधवार को कहा कि यह फैक्ट्रियों को भी बंद कर सकती है क्योंकि यह छोटे बाजार को फिट करने के लिए सिकुड़ जाती है जो संकट से उभरने की उम्मीद करती है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी वारेन ईस्ट की ओर से कहा गया है कि बिजनेस के लिहाज से ये मुश्कल समय है। कंपनी को इससे उबारने के लिए कुछ ऐसे फैसले लेने पड़ रहे हैं, जो काफी मुश्किल हैं।
कोरोना संकट का अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असर देखने को मिल रहा है। जिससे लगातार नौकरियां जा रही हैं। एक दिन पहले ही टैक्सी सेवा देने वाली कंपनी ओला ने 1400 लोगों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते कंपनी घाटे में है, बीते दो महीने में कमाई में तकरीबन खत्म हो गई है। इसी के चलते ये फैसला लिया गया है। ओला के पहले उबर भी कोरोना संकट का हवाला देते हुए कर्मचारियों की छटनी का ऐलान कर चुकी है। कंपनी अब तक 25 फीसदी स्टाफ को कम कर चुकी है। इसके अलावा कंपनी ने वैश्विक स्तर पर 45 कार्यालयों को बंद कर दिया है। मई की शुरुआत में उबर अपने 3700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है। सोमवार को ही कंपनी ने 3000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है।
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