कोरोना संकट में बेरोजगार हो रहे लोग, Uber ने 600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ने देश को आर्थिक संकट में डाल दिया है। बड़ी-बड़ी कंपनियां इससे नहीं बच पाई हैं। कई कंपनी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही हैं। इस लिस्ट में अब एक नाम जुड़ गया है ऑनलाइन कैब सर्विस कंपनी Uber का। जानकारी के मुताबिक उबर ने भारत में अपने करीब 600 फुल टाइम कर्मचारियों को निकाल रहा है। इसके लिए कंपनी ने कोरोना संकट का हवाला दिया है। उबर ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब देश में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है और कई चीजों में काफी रियायत दी गई है। सरकार ने टैक्सी सर्विस शुरू करने की इजाजत दी है।
जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक जिन लोगों ने उबर ने नौकरी से निकाला है उन्हें तीन महीने की सैलरी और 6 महीने की हेल्थ पॉलिसी दे रही है। उबर के इंडिया एंड साउथ एशिया प्रेसीडेंट प्रदीम परमेश्वरन ने कहा कि नौकरियों में यह कटौती हाल ही घोषित की गई वैश्विक जॉब कट का हिस्सा है। उबर ने वैश्विक स्तर पर कुल 6700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है जो उसके कुल वर्कफोर्स का करीब 25 फीसदी है। परमेश्वरण ने अपने बयान में आगे कहा है कि जो कर्मचारी आज से नौकरी छोड़ रहे हैं मैं उनसे माफी चाहता हूं। मैं उन सभी कर्मचारियों को धन्यवाद देता हूं जो हमसे जुड़े रहे।
कारदेखों डॉटकॉम ने भी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला
वहीं ऑटोमोबाइल प्लेटफार्म कारदेखो डॉटकॉम ने भी कर्मचारियों को निकालने और सैलरी में कटौती का फैसला किया है। हालांकि कंपनी की तरफ से नौकरी से निकाले जाने वाले कर्मचारियों की संख्या नहीं बताई है लेकिन उम्मीद जताई जा रही है 200 कर्मचारियों को नौकरी से हटाया गया है। वहीं कुछ कर्मचरियों के सैलरी में भी कटौती की गई है। कारदेखो डॉट कॉम की पेरेंट कंपनी गिरनरसॉफ्ट ग्रुप का कहना है कि कोविड-19 की वजह से इंडस्ट्री में अवरोध उत्पन्न हुआ है और ऑटो सेक्टर इससे बुरी तरह प्रभावित हुआ है।